नई दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से पीएचडी के एक छात्र शरजील इमाम को भड़काऊ भाषण देना भारी पड़ गया.
बता दें कि जेएनयू के मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने जेएनयू प्रॉक्टर से शरजील के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में दिए गए भड़काऊ भाषण के खिलाफ शिकायत की है और उनकी इस हरकत को भारत की एकता और भाईचारे के लिए खतरा बताया. वहीं जेएनयू प्रॉक्टर ने शरजील से इस मसले पर प्रोक्टोरियल समिति के समक्ष 3 फरवरी तक अपना पक्ष रखने को कहा है.
जेएनयू रजिस्ट्रार ने किया शरजील के खिलाफ बयान जारी
बता दें कि जेएनयू रजिस्ट्रार प्रमोद कुमार कि ओर से एक बयान जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि जेएनयू के चीफ प्रॉक्टर के ऑफिस में मुख्य सुरक्षा अधिकारी के जरिए एक शिकायती पत्र भेजा गया है, जिसमें कहा गया है कि जेएनयू के स्कूल ऑफ सोशल साइंसेस के पीएचडी के छात्र शरजील इमाम ने 16 जनवरी को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में भड़काऊ भाषण दिया है, जिससे भारतीय संविधान में निहित एकता, अखंडता और भाईचारे को चोट पहुंची है.
वहीं इस पत्र में मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने ये भी कहा गया है कि शरजील के खिलाफ दिल्ली, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में एफआईआर भी दर्ज की जा चुकी है.
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शरजील को प्रोक्टोरियल समिति में शामिल होने का निर्णय
वहीं जेएनयू चीफ प्रॉक्टर ने इस शिकायत को संज्ञान में लेते हुए शरजील इमाम को ये निर्देश दिया है कि वे 3 फरवरी से पहले-पहले प्रोक्टोरियल समिति से मिलें और इस मसले पर अपना पक्ष स्पष्ट करें.
वहीं जेएनयू छात्रसंघ शरजील इमाम पर लगे आरोप के खिलाफ कुछ ही देर में प्रदर्शन करेगा. बता दें कि छात्रसंघ उनके खिलाफ दर्ज किए गए सभी केस को वापस लेने की भी मांग कर रहा है.