कोलकाता : बांग्लादेश पुलिस ने ढाका में आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन (जेएमबी) की नई शाखा महिला विंग की सरगना आयशा जन्नत मोहना को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में चौकाने वाले मामले आए हैं. जांच के दौरान पता चला कि आयशा पश्चिम बंगाल के हुगली जिले की धनियाखाली की रहने वाली है. पहले उसका असली नाम प्रज्ञा देबनाथ है. घटना की खबर सुनने के बाद प्रज्ञा के पिता ने कहा कि यदि मेरी बेटी आतंकवादी है तो वह सजा की हकदार है.
उसके पिता ने बताया कि प्रज्ञा देबनाथ ने अपनी पढ़ाई की शुरुआत धनियाखाली कॉलेज में संस्कृत ऑनर्स से की, लेकिन वह पढ़ाई खत्म होने से पहले ही गायब हो गई. उसके माता-पिता ने उसे बहुत खोजने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मिली.
प्रज्ञा देबनाथ ने 24 सितंबर 2016 की सुबह लापता हो गई. वह कोलकाता में काम करती है. कुछ दिनों के बाद एक दिन उसने उन्हें फोन किया और कहा कि वह बांग्लादेश में हैं और उसने इस्लाम धर्म अपना लिया है.
प्रज्ञा के पिता प्रदीप ने कहा, 'यदि वह दोषी है, तो उसे दंडित किया जाएगा. यदि वह देशद्रोही है, तो उसे दंडित किया जाए.'
पिछले चार साल से उनका अपनी बेटी से कोई संपर्क नहीं था. उन्हें यह भी नहीं पता था कि आयशा जन्नत मोहना के नाम से जेएमबी आतंकवादी समूह में शामिल हो गई थी. प्रज्ञा की मां गीता देबनाथ आज प्रज्ञा की गिरफ्तारी की खबर सुनकर हैरान रह गई.
पड़ोसियों के मुताबिक प्रज्ञा कॉलेज में पढ़ते समय कई संगठनों से जुड़ी थी. पड़ोस में विदेशियों की पहचान थी. कुछ स्थानीय लोगों ने कहा कि प्रज्ञा को घर के बाहर फोन पर बात करते सुना गया था, लेकिन किसी को यह नहीं पता था कि कॉलेज की लड़की किसी भी आतंकवादी संगठन से जुड़ जाएगी.
इसके बाद पता चला कि प्रज्ञा जेहादी भी बन गई है. वह आतंकवादी संगठन जेएमबी की सक्रिय सदस्य आयशा जन्नत मोहना है. हर कोई यह जानकर हैरान है कि जेएमबी आतंकवादी आयशा जन्नत मोहना उनकी प्रिय प्रज्ञा है.