नई दिल्ली: सुरक्षा एजेंसियों ने अमरनाथ यात्रा पर बड़े पैमाने पर आतंकी हमले की साजिश का पर्दाफाश किया है, जिसके बाद सरकार ने अमरनाथ यात्रा रद्द करने का फैसला लिया और तीर्थ यात्रियों को यह सलाह दी गई की वह जल्द से जल्द उस स्थान से वापस चले जाएं. ईटीवी भारत ने जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक एक्सपर्ट सुशील पंडित से बात की और अमरनाथ यात्रा के रद्द होने पर उनकी राय जानी.
सुशील पंडित ने कहा कि दुनिया में कई तीर्थ स्थल हैं लेकिन अमरनाथ यात्रा ही एक ऐसा स्थल है जिसके लिए सबसे अधिक अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जाता है. यह शर्म की बात है, लेकिन इसके बावजूद भी शुक्रवार को वहां पर तरह के हथियार बरामद हुए हैं जो इशारा करते हैं कि वह पाकिस्तान में निर्मित हुए हैं.
सुशील पंडित ने जम्मू कश्मीर से धारा 35 ए के हटाए जाने की संभावना पर बोला कि यह सिर्फ अटकलें हैं जिसकी कोई अधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. उन्होंने यह भी कहा कि यदि ऐसा हो जाता है तो भी इसमें कुछ आश्चर्यजनक नहीं है क्योंकि भाजपा ने सत्ता में आने से पहले यही वादा किया था.
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सुशील पंडित ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पिछले 30 साल से जिहाद जैसी स्थिति पैदा कर दी गई है, जिसके चलते ही वहां के हिंदुओं को वहां से भगाया गया. उसके बाद कश्मीर से निकलकर देश के सुरक्षा तंत्र पर हमले हुए, संसद पर हमला हुआ, मुंबई में हमला हुआ, ऐसे में देश का रवैया स्वयं को बचाने का रहा. सरकार द्वारा सिर्फ जवाबी कार्रवाई की गई, सरकार द्वारा कोई ऐसी कार्रवाई नहीं हुई जिससे जिहाद की कमर टूट जाए. सरकार द्वारा प्रतिक्रिया कोई लेकिन क्रिया नहीं हुई.
सुशील पंडित ने कहा कि सरकार द्वारा पाकिस्तान से वह बस कीमत नहीं वसूली गई जिसके चलते वे जिहाद से तौबा कर लेते.