पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जनता दल (यूनाइटेड) ने अपना घोषणा पत्र जारी किया है.
बता दें कि बिहार के इस महासमर में अधिकांश राजनीतिक पार्टियां जीत को अपने पाले में करने के लिए जी जान से लगी हुई है. जदयू से पूर्व आज भारतीय जनता पार्टी ने अपना घोषणा पत्र जारी किया. भाजपा के घोषणा पत्र को लेकर तेजस्वी से लेकर कांग्रेस हमलावर हो गई है.
भाजपा घोषणा पत्र का लोकार्पण केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किया. भाजपा ने पांच सूत्र, एक लक्ष्य और 11 संकल्पों के साथ अपना घोषणा पत्र जारी किया.
भाजपा ने कोरोना वैक्सीन के मुफ्त टीकाकरण, एक करोड़ महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और युवाओं को 19 लाख नए रोजगार देने का वादा किया.
भाजपा ने घोषणा पत्र में बिहार के विकास की बात प्रमुखता से कही गई है. भाजपा ने पांच साल में पांच लाख रोजगार देने का वादा किया है. साथ ही एक करोड़ महिलाओं को स्वावलंबी बनाने का संकल्प भी लिया है. घोषणा पत्र में विकास व जन कल्याणकारी योजनाएं शामिल हैं.
बिहार को बदहाली की कगार पर ला खड़ा किया
वहीं, कांग्रेस ने भाजपा के घोषणा पत्र को झूठ का संकल्प पत्र करार देते हुए गुरुवार को आरोप लगाया कि पिछले 15 साल में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार की जदयू-भाजपा सरकार के नाकारापन ने राज्य को सामाजिक और आर्थिक पिछड़ेपन के गर्त में पहुंचा दिया है.
कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के तहत नीति आयोग की सतत विकास लक्ष्य से संबंधित रिपोर्ट इस बात की गवाह है कि नीतीश कुमार सरकार ने बिहार को सामाजिक और आर्थिक पिछड़ेपन के गर्त में पहुंचा दिया है.
उन्होंने आरोप लगाया, सुशासन के नाम पर सत्ता की सरपरस्ती में बेरोजगारी, निकम्मापन और नाकारापन परोसा गया और बिहार को बदहाली की कगार पर ला खड़ा किया. क्या 'फिसड्डी बाबू' जवाब देंगे?