नई दिल्ली : विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर मेसियस बोल्सोनारो से मुलाकात की. बोल्सोनारो अपनी चार दिवसीय यात्रा पर भारत आए हुए हैं.
गौरतलब है कि बोल्सोनारो गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर हिस्सा लेंगे. राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभालने के बाद बोल्सोनारो की यह पहली भारत यात्रा है.
विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत और ब्राजील एक घनिष्ठ और बहुआयामी संबंध साझा करते हैं. द्विपक्षीय संबंध दोनों देशों के सामान्य वैश्विक दृष्टिकोण, साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने हेतु प्रतिबद्धता पर आधारित हैं.
भारत-ब्राजील संबंधों में एक नए चरण की शुरुआत करते हुए 2006 में द्विपक्षीय संबंधों को सामरिक साझेदारी तक बढ़ाया गया था, न केवल द्विपक्षीय स्तर पर, बल्कि ब्रिक्स, आईबीएसए, जी-20 जैसे बहुपक्षीय मंचों और विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र में बहुपक्षीय निकायों में भी दोनों देशों के बीच मजबूत संबंध हैं.
मंत्रालय के बयान के अनुसार, भारत और ब्राजील के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2018-19 में 8.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा था. इसमें ब्राजील के लिए भारतीय निर्यात के रूप में 3.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर और भारत द्वारा आयात के रूप में 4.4 मिलियन डालर शामिल थे.
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ब्राजील में प्रमुख भारतीय निर्यात में कृषि-रसायन, सिंथेटिक यार्न, ऑटो के पुर्जे, फार्मास्युटिकल्स और पेट्रोलियम उत्पाद शामिल हैं. ब्राजील से भारत में आयात में कच्चा तेल, सोना, वनस्पति तेल, चीनी और थोक खनिज व अयस्कों शामिल हैं.
बता दें, 2018 में ब्राजील में भारत का निवेश लगभग छह बिलियन अमेरिकी डॉलर और भारत में ब्राजील के निवेश का अनुमान एक बिलियन अमेरिकी डॉलर है.
भारत में ब्राजील का निवेश मुख्य रूप से ऑटोमोबाइल, आईटी, खनन, ऊर्जा और जैव ईंधन क्षेत्रों में हैं. भारत ने ब्राजील के आईटी, फार्मास्युटिकल, ऊर्जा, कृषि-व्यवसाय, खनन और इंजीनियरिंग क्षेत्रों में निवेश किया है.