श्रीनगर: हर साल होने वाली अमरनाथ यात्रा कितनी कठिन होती है उसकी एक झलक गुरुवार को भारत-तिब्बत सीमा उस समय देखने को मिली जब पहाड़ो से पत्थर गिरने लगे.
अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा में लगे आईटीबीपी के जवान खुद को ढाल बनाकर बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए आए यात्रियों को बचाने के लिए बर्फ की ढलान पर पत्थरों का सामना किया.
जी हां जिस समय अमरनाथ पर गए यात्री बालटाल मार्ग से गुजर रहे थे उसी समय पहाड़ से पत्थर गिरने लगे. जवानों की बहादुरी को दर्शाता इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
बता दें कि आईटीबीपी के जवानों को बालटाल के रास्ते बाबा बर्फानी की यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं की सुरक्षा की खास जिम्मेदारी दी गई है.
इससे पहले आईटीबीपी के जवानों ने 12 हजार फीट की ऊंचाई पर सांस लेने में दिक्कत आने के बाद श्रद्धालुओं को आक्सीजन उपलब्ध कराई थी. उस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था.
जानकारी दे दें कि तीर्थयात्रियों को यात्रा के दौरान कोई समस्या न आए इसलिए इंडो- तिब्बत बॉर्डर पुलिस के करीब पांच हजार जवान अमरनाथ यात्रा मार्ग पर बालटाल बेस कैंप से लेकर बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा तक तैनात किए गए हैं.
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वहीं आईटीबीपी जवानों को इस बार विशेष तौर पर बेसिक पैरा मेडिकल की ट्रेनिंग भी दी गई है. इस तरह की ट्रेनिंग देने का मुख्य उद्देश्य यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की मदद करना हैं.
गौरतलब है कि बाबा बर्फानी के दर्शन यात्रा की शुरूआत इस महीने की 1 जुलाई को प्रारंभ हुई थी और इसका समापन 15 अगस्त होगा. रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार तक करीब 11 हजार श्रद्धालु बाबा अमरनाथ की गुफा में पहुंचकर पूजा कर चुके हैं.