थिम्पू: पीएम मोदी भूटान के दो दिवसीय दौरे पर हैं. दोनों देशों के बीच शनिवार को हेल्थ, पॉवर, स्पेस सेटेलाइट, नॉलेज, रूपे कार्ड के इस्तेमाल समेत नौ करार हुए. प्रधानमंत्री मोदी और शेरिंग ने इसरो के ग्राउंड स्टेशन, मेंगदेछू पनबिजली परियोजना समेत 5 प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया.
भूटान में भारत की राजदूत रुचिरा कम्बोज ने बताया कि इसरो के ग्राउंड स्टेशन का उद्घाटन, संचार, प्रसारण और आपदा प्रबंधन क्षेत्रों के मामले में भूटान को भारी लाभ देगा.
कम्बोज ने कहा, 'साल 2017 में, भारत ने दक्षिण एशिया उपग्रह लॉन्च किया था. भूटान को ट्रांसपोंडर मुहैया कराया गया था, जिसके परिणास्वरूप एक ग्राउंड अर्थ स्पेस स्टेशन बनाया गया. अब यह तैयार है और इसका उद्घाटन पीएम मोदी करेंगे. यह देशभर के टर्मिमल से जुड़ा होगा, जिसके भूटान को संचार, प्रसारण और आपदा प्रबंधन के संदर्भ में लाभ मिलेगा.'
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रुचिरा कम्बोज ने आगे कहा कि भूटानी इंजीनियरों को इसरो के उन्नति (इसरो द्वारा यूनीस्पेस नैनो उपग्रह समुच्चयन एवं प्रशिक्षण) में प्रशिक्षित किया गया है और आगे भी यह प्रक्रिया जारी रहेगी.
उन्होंने बताया, 'भूटान प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रम से भी लाभान्वित होगा जो, भूटान को भारत के सुदूर संवेदन उपग्रह से डेटा का विश्लेषण करने की सुविधा प्रदान करेगा.'
गौरतलब है कि दक्षिण एशिया उपग्रह 2017 में लॉन्च किया गया था. यह एक भूस्थिर संचार उपग्रह है, जो अफगानिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, श्रीलंका और मालदीव देशों की बढ़ती दूरसंचार और प्रसारण जरूरतों को पूरा करने में मदद करता है.