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इसरो वैज्ञानिकों ने रिसैट-2बीआर1 उपग्रह का एंटीना खोला - उपग्रह के एंटीना को खोला

रिसैट-2बीआर1 उपग्रह के रेडियल रिब एंटिना (छतरी आकार के) को गुरुवार को दो बजे सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित कर दिया गया है. इसरो ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है. संगठन ने कहा, 'यह जटिल प्रौद्योगिकी है, जिसमें 3.6 मीटर व्यास के एंटीना को खोला जाता है. एंटीना प्रक्षेपण के दौरान उपग्रह के अंदर बंद रहता है.'

2बीआर1 उपग्रह एंटीना
2बीआर1 उपग्रह एंटीना्
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Published : Dec 12, 2019, 11:44 PM IST

चेन्नई : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों ने यहां से 130 किलोमीटर दूर स्थित श्रीहरिकोटा से उपग्रह रिसैट-2बीआर1 को प्रक्षेपित करने के एक दिन बाद गुरुवार को अंदर मौजूद एंटीना को खोलने का काम सफलतापूर्वक पूरा कर लिया.

इसरो ने ट्वीट किया, 'आज दो बजे रिसैट-2बीआर1 उपग्रह के रेडियल रिब एंटिना (छतरी आकार के) को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित कर दिया गया.'

संगठन ने कहा, ' यह जटिल प्रौद्योगिकी है, जिसमें 3.6 मीटर व्यास के एंटीना को खोला जाता है. एंटीना प्रक्षेपण के दौरान उपग्रह के अंदर बंद रहता है.'

इसरो के मुताबिक एंटीना को खोलने के मिशन को नौ मिनट 12 सेकेंड में पूरा किया गया.

उल्लेखनीय है कि बुधवार को इसरो ने नौ विदेशी उपग्रह के साथ रिसैट-2बीआर1 को पीएसएलवी-सी48 रॉकेट के जरिये प्रक्षेपित किया था. पीएसएलवी का यह 50वां मिशन था.

रिसैट-2बीआर1 भारत का रडार मानचित्रण आधारित भू निगरानी उपग्रह है, जिसका इस्तेमाल कृषि, वन और आपदा प्रबंधन के साथ-साथ सैन्य जरूरतों के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है.

पढ़ें- सिंगल यूज प्लास्टिक : उपयोग बंद करने की मिसाल है राजस्थान का यह गांव, देखें वीडियो

उपग्रह को प्रक्षेपित करने के बाद स्वत: ही दो सौर सारणी आवंटित की गई और माना जा रहा है कि बेंगलुरु स्थित इसरो टेलीमेट्री ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क ने इसका नियंत्रण ले लिया.

इसरो ने बताया कि आने वाले दिनों में उपग्रह को अंतिम मुकाम पर पहुंचाने का काम पूरा कर लिया जाएगा.

चेन्नई : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों ने यहां से 130 किलोमीटर दूर स्थित श्रीहरिकोटा से उपग्रह रिसैट-2बीआर1 को प्रक्षेपित करने के एक दिन बाद गुरुवार को अंदर मौजूद एंटीना को खोलने का काम सफलतापूर्वक पूरा कर लिया.

इसरो ने ट्वीट किया, 'आज दो बजे रिसैट-2बीआर1 उपग्रह के रेडियल रिब एंटिना (छतरी आकार के) को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित कर दिया गया.'

संगठन ने कहा, ' यह जटिल प्रौद्योगिकी है, जिसमें 3.6 मीटर व्यास के एंटीना को खोला जाता है. एंटीना प्रक्षेपण के दौरान उपग्रह के अंदर बंद रहता है.'

इसरो के मुताबिक एंटीना को खोलने के मिशन को नौ मिनट 12 सेकेंड में पूरा किया गया.

उल्लेखनीय है कि बुधवार को इसरो ने नौ विदेशी उपग्रह के साथ रिसैट-2बीआर1 को पीएसएलवी-सी48 रॉकेट के जरिये प्रक्षेपित किया था. पीएसएलवी का यह 50वां मिशन था.

रिसैट-2बीआर1 भारत का रडार मानचित्रण आधारित भू निगरानी उपग्रह है, जिसका इस्तेमाल कृषि, वन और आपदा प्रबंधन के साथ-साथ सैन्य जरूरतों के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है.

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उपग्रह को प्रक्षेपित करने के बाद स्वत: ही दो सौर सारणी आवंटित की गई और माना जा रहा है कि बेंगलुरु स्थित इसरो टेलीमेट्री ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क ने इसका नियंत्रण ले लिया.

इसरो ने बताया कि आने वाले दिनों में उपग्रह को अंतिम मुकाम पर पहुंचाने का काम पूरा कर लिया जाएगा.

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PRI GEN NAT
.CHENNAI MDS8
PSLV-RISAT-ANTENNA
ISRO scientists unfurl antenna of RISAT-2BR1 satellite
Chennai, Dec 12 (PTI) Scientists at the Indian Space
Research Organisation (ISRO) on Thursday undertook an
operation to unfurl the antenna that was inside the radar
imaging earth observation satellite RISAT-2BR1, a day after it
was launched from Sriharikota, around 130 kms from here.
"Today at 1400 hrs Radial Rib Antenna of #RISAT2BR1
spacecraft was successfully deployed in-orbit.
This complex technology involved unfurling and deployment
of the 3.6 m antenna which was folded and stowed during
launch," ISRO said in an update.
The deployment was completed in 9 minutes and 12 seconds,
it said.
On Wednesday, ISRO successfully launched RISAT-2BR1 and
nine foreign satellites on-board PSLV-C48 in its 50th flight.
RISAT-2BR1 is India's radar imaging earth observation
satellite which would be used in the field of agriculture,
forestry and disaster management and also for military
purposes.
Following the successful launch of the RISAT-2BR1-
satellite, two solar arrays were deployed automatically and
the ISRO Telemetry Tracking and Command Network in Bengaluru
assumed control of the satellite.
In the coming days, the satellite would be brought to its
final operational configuration, ISRO said. PTI VIJ
ROH
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12122017
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