नई दिल्ली: तीन तलाक के खिलाफ सबसे पहले आवाज उठाने वाली मुस्लिम महिला इशरत जहां ने तीन तलाक के खिलाफ कानून बन जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद को धन्यवाद कहा है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए इशरत ने कहा कि तलाक है और रहेगा, लेकिन इसका तरीका जो पहले था वो सही नहीं था और अब इस पर अंकुश लगेगी. उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज में जो कुप्रथा चल रही थी उस पर इस कानून से रोक लगेगी.
तीन तलाक का विरोध करने वालों से इशरत ने कहा है कि जो लोग इस बात पर सवाल उठा रहे हैं कि तीन साल की कैद का प्रावधान इसमें रखा गया है. उन्हें यह सोचना चाहिए कि लोग ऐसी गलती ही क्यों करें कि उन्हें तीन साल की जेल हो.
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उन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाओं की गरिमा और मान सम्मान के लिए जिस तरह से रविशंकर प्रसाद ने संसद में जंग लड़ी उसके लिए उनको धन्यवाद. साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री को भी तीन तलाक कानून बनाने पर बधाई दी.
बता दें कि इशरत जहां को ग्यारह साल की शादी के बाद उनके पति ने 2015 में दुबई से एसएमएस के माध्यम से तलाक दिया था.