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तीन घंटे से ज्यादा लेट हुई तेजस, IRCTC को लगा 1.62 लाख का चूना

भारत की पहली निजी ट्रेन तेजस एक्सप्रेस 19 अक्टूबर को तीन घंटे से ज्यादा लेट रही. इसके बाद सोमवार को आईआरटीसी ने कहा कि ट्रेन की नीति के मुताबिक यात्रियों को हर्जाना दिया जाएगा. पढ़ें पूरी खबर...

तेजस एक्सप्रेस
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Published : Oct 21, 2019, 6:32 PM IST

नई दिल्ली : भारत की पहली निजी ट्रेन तेजस एक्सप्रेस 19 अक्टूबर को तीन घंटे से ज्यादा लेट हो गई. तेजस के लेट होने से आईआरसीटीसी को 1.62 लाख रुपये यात्रियों को हर्जाने के रुप में देने पड़ेंगे. यह ट्रेन लखनऊ से दिल्ली के लिए चलती है.

अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस ट्रेन के शुरू होने से पहले ही बता दिया गया था कि यदि ट्रेन एक घंटे से ज्यादा लेट होगी तो कम्पनी यात्रियों को जुर्माना देगी.

अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि रेलवे सहायक बीमा कम्पनी के माध्यम से लगभग 950 यात्रियों को हर्जाना देगी.

बता दें कि तेजस एक्सप्रेस निर्धारित समय सुबह 6.10 के स्थान पर पूर्वाह्न 9.55 पर लखनऊ से नई दिल्ली के लिए रवाना हुई और अपने निर्धारित समय 12.25 की जगह अपराह्न 3.40 पर नई दिल्ली पंहुची. इसके बाद उसी दिन यह नई दिल्ली से अपराह्न 3.35 बजे की जगह शाम 5.30 बजे लखनऊ के लिए रवाना हुई और निर्धारित समय रात्रि 10.05 बजे की जगह रात 11.30 बजे लखनऊ पहुंची.

अधिकारियों ने कहा कि लखनऊ से दिल्ली यात्रा करने वाले 450 यात्रियों को 250-250 रुपये, दिल्ली से लखनऊ यात्रा करने वाले 500 यात्रियों को 100-100 रुपये हर्जाना दिया जाएगा.

एक आधिकारी ने कहा कि प्रत्येक यात्री बीमाकर्ता एक लिंक के माध्यम से हर्जाने का लाभ उठा सकते हैं, जिसे तेजस एक्सप्रेस के प्रत्येक टिकट के साथ दिया गया था.

उन्होंने आगे कहा कि 19 अक्टूबर को कानपुर के पास पटरी सही न होने के कारण ट्रेन लेट हुई.

बता दें कि यह ट्रेन वाणिज्यिक परिचालन के लिए शुरू की गई है. यह ट्रेन सप्ताह में छह दिन चलती है. इसकी शुरुआत छह अक्टूबर 2019 को हुई थी.

गौरतलब है कि 20 अक्टूबर को लखनऊ-दिल्ली तेजस 24 मिनट की देरी पहुंची, जबकि दिल्ली-लखनऊ तेजस सही समय पर पहुंची.

पढ़ें : देश की पहली प्राइवेट ट्रेन 'तेजस' से सफर सस्ता या महंगा? जानिए यात्रियों की राय

ट्रेन लॉन्च करते समय आईआरसीटीसी ने कहा था कि यदि ट्रेन एक घंटे देर होगी तो 100 रुपये और दो घंटे से ज्यादा लेट होने पर 250 हर्जाना दिया जाएगा.

बता दें कि इस यात्रा बीमा में यात्रियों की यात्रा अवधि के दौरान घरेलू चोरी और डकैती होने पर एक लाख रुपये का मुआवजा भी शामिल है.

नई दिल्ली : भारत की पहली निजी ट्रेन तेजस एक्सप्रेस 19 अक्टूबर को तीन घंटे से ज्यादा लेट हो गई. तेजस के लेट होने से आईआरसीटीसी को 1.62 लाख रुपये यात्रियों को हर्जाने के रुप में देने पड़ेंगे. यह ट्रेन लखनऊ से दिल्ली के लिए चलती है.

अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस ट्रेन के शुरू होने से पहले ही बता दिया गया था कि यदि ट्रेन एक घंटे से ज्यादा लेट होगी तो कम्पनी यात्रियों को जुर्माना देगी.

अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि रेलवे सहायक बीमा कम्पनी के माध्यम से लगभग 950 यात्रियों को हर्जाना देगी.

बता दें कि तेजस एक्सप्रेस निर्धारित समय सुबह 6.10 के स्थान पर पूर्वाह्न 9.55 पर लखनऊ से नई दिल्ली के लिए रवाना हुई और अपने निर्धारित समय 12.25 की जगह अपराह्न 3.40 पर नई दिल्ली पंहुची. इसके बाद उसी दिन यह नई दिल्ली से अपराह्न 3.35 बजे की जगह शाम 5.30 बजे लखनऊ के लिए रवाना हुई और निर्धारित समय रात्रि 10.05 बजे की जगह रात 11.30 बजे लखनऊ पहुंची.

अधिकारियों ने कहा कि लखनऊ से दिल्ली यात्रा करने वाले 450 यात्रियों को 250-250 रुपये, दिल्ली से लखनऊ यात्रा करने वाले 500 यात्रियों को 100-100 रुपये हर्जाना दिया जाएगा.

एक आधिकारी ने कहा कि प्रत्येक यात्री बीमाकर्ता एक लिंक के माध्यम से हर्जाने का लाभ उठा सकते हैं, जिसे तेजस एक्सप्रेस के प्रत्येक टिकट के साथ दिया गया था.

उन्होंने आगे कहा कि 19 अक्टूबर को कानपुर के पास पटरी सही न होने के कारण ट्रेन लेट हुई.

बता दें कि यह ट्रेन वाणिज्यिक परिचालन के लिए शुरू की गई है. यह ट्रेन सप्ताह में छह दिन चलती है. इसकी शुरुआत छह अक्टूबर 2019 को हुई थी.

गौरतलब है कि 20 अक्टूबर को लखनऊ-दिल्ली तेजस 24 मिनट की देरी पहुंची, जबकि दिल्ली-लखनऊ तेजस सही समय पर पहुंची.

पढ़ें : देश की पहली प्राइवेट ट्रेन 'तेजस' से सफर सस्ता या महंगा? जानिए यात्रियों की राय

ट्रेन लॉन्च करते समय आईआरसीटीसी ने कहा था कि यदि ट्रेन एक घंटे देर होगी तो 100 रुपये और दो घंटे से ज्यादा लेट होने पर 250 हर्जाना दिया जाएगा.

बता दें कि इस यात्रा बीमा में यात्रियों की यात्रा अवधि के दौरान घरेलू चोरी और डकैती होने पर एक लाख रुपये का मुआवजा भी शामिल है.

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RAIL-TEJAS-DELAY
IRCTC to pay around Rs 1.62 lakh as compensation for late running of Tejas Express
          New Delhi, Oct 21 (PTI) A delay of more than three hours in the running of Delhi-Lucknow Tejas Express on October 19 has cost IRCTC around Rs 1.62 lakh which the railway subsidiary will pay through its insurance companies as compensation to around 950 passengers, a first in the history of Indian Railways, officials said on Monday.
          The train started from Lucknow at around 9.55 am instead of its scheduled departure at 6.10 am and reached New Delhi at around 3.40 pm instead of 12.25 pm. It departed from New Delhi at around 5.30 pm instead of 3.35 pm and reached Lucknow at around 11.30pm instead of scheduled 10.05pm.
          While from Lucknow to Delhi there were 450 passengers who will get Rs 250 as compensation each, from Delhi to Lucknow there were around 500 passengers who will be paid Rs 100 each, the official said.
          One of the officials also said that each passenger can avail the compensation through a link of the insurer which has been provided with every ticket of the Tejas Express.
          He also said that the delay on October 19 had been caused by a derailment near Kanpur.
          Since it began commercial operations from October six for six days a week, the train has maintained a tight schedule. On October 20, the Lucknow-Delhi Tejas reached 24 minutes late while the Delhi-Lucknow Tejas arrived right on time.
         Under IRCTC's policy, an amount of Rs 100 will be paid in case the delay is for over an hour and Rs 250 for delay of over two hours, the IRCTC said ahead of the launch of its first train.
         This travel insurance also includes a cover of Rs 1 lakh against household theft and robbery during travel period of the passengers, again a first for those travelling on board trains. PTI ASG
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