ETV Bharat / bharat

कोरोना महामारी ने सबक सिखाया, अब हमें आत्मनिर्भर बनना ही पड़ेगा : पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से देशभर के सरपंचों के साथ बातचीत की. सभी सरपंच दूरदर्शन के माध्यम से अपने-अपने घरों से, सामाजिक दूरियों के नियमों का पालन करते हुए इस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए. इस दौरान उनके साथ पंचायती राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद हैं.

पीएम मोदी
पीएम मोदी
author img

By

Published : Apr 24, 2020, 9:34 AM IST

Updated : Apr 24, 2020, 12:28 PM IST

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से देशभर के सरपंचों के साथ बातचीत की. सभी सरपंच दूरदर्शन के माध्यम से अपने-अपने घरों से, सामाजिक दूरियों के नियमों का पालन करते हुए इस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए.

इस दौरान पीएम मोदी ने e-GramSwaraj पोर्टल, मोबाइल ऐप एवं स्वामित्व योजना का शुभारंभ किया.

कोरोना के कारण बदला काम करने का तरीका

बैठक में पीएम मोदी ने कहा, 'कोरोना ने हम सभी के काम करने के तरीके को बदल दिया है. पहले हम किसी कार्यक्रम को आमने-सामने रहकर करते थे. लेकिन आज वही कार्यक्रम वीडियो कॉन्फेंसिंग के माध्यम से करना पड़ रहा है. आज इस कार्यक्रम में जुड़े सभी लोगों का मैं स्वागत करता हूं.'

हमें आत्मनिर्भर बनना होगा

पीएम ने कहा, 'आज कुछ लोगों को अच्छे कार्यों के लिए पुरस्कार मिले हैं. पुरस्कार पाने वाले सभी लोगों को बधाई और उस गांव के लोगों को भी बधाई. कोरोना महामारी ने हमारे लिए अनेक मुसीबतें पैदा की हैं, जिनकी हमने कभी कल्पना तक नहीं की थी. लेकिन इससे भी बड़ी बात ये है कि इस महामारी ने हमें नई शिक्षा और संदेश भी दिया है.'

कोरोना संकट के बीच पीएम मोदी का संरपंचों से संवाद

उन्होंने कहा, 'मैं इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी लोगों तक एक संदेश देना चाहता हूं. कोरोना संकट ने सबसे बड़ा सबक हमें जो सिखाया है कि अब हमें आत्मनिर्भर बनना ही पड़ेगा. बिना आत्मनिर्भर बने ऐसे संकटों से निबटना मुश्किल है. गांव अपनी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए आत्मनिर्भर बने, जिला अपने स्तर पर, राज्य अपने स्तर पर, और इसी तरह पूरा देश कैसे आत्मनिर्भर बने, अब ये बहुत आवश्यक हो गया है.'

सवा लाख से ज्यादा पंचायतों तक ब्रॉडबैंड पहुंचा

उन्होंने कहा कि 5-6 साल पहले एक दौर वो भी था, जब देश की सौ से भी कम पंचायतें ब्रॉडबैंड से जुड़ी थीं. अब सवा लाख से ज्यादा पंचायतों तक ब्रॉडबैंड पहुंच चुका है. इतना ही नहीं, गांवों में कॉमन सर्विस सेंटरों की संख्या भी तीन लाख को पार कर रही है.

पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने भारत में ही मोबाइल बनाने का जो अभियान चलाया है, उसी का परिणाम है कि आज गांव-गांव तक कम दामों वाले स्मार्ट फोन पहुंच चुके हैं. ये आज जो इतने बड़े स्तर पर वीडियो कॉन्फ्रेंस हो रही हैं, ये सब इसी के कारण संभव हो पाया है.

सरकार ने दो योजनाएं शुरू की

उन्होंने कहा, गांव के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए आज सरकार द्वारा दो महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट शुरु किए गए हैं. एक है ई-ग्राम स्वराज और दूसरे की विशेषता है कि उसके द्वारा हर ग्रामीण के लिए स्वामित्व योजना की शुरुआत है.

पीएम मोदी ने कहा कि आज लॉन्च हुए एप के जरिए ग्राम पंचायतों के फंड, उसके कामकाज की पूरी जानकारी होगी. इसके माध्यम से पार्दशिता भी आएगी और परियोजनाओं के काम में भी तेजी आएगी.

स्वामित्व योजना से ग्रामीणों को एक नहीं अनेक लाभ होंगे. इससे संपत्ति को लेकर भ्रम और झगड़े खत्म होंगे. इससे गांव में विकास योजनाओं की प्लानिंग में मदद मिलेगी. इससे शहरों की तरह गांवों में भी आप बैंकों से लॉन ले सकें.

कोरोना ने अपने संस्कारों और परंपराओं का दर्शन करवाया

इस कोरोना संकट ने दिखा दिया है कि देश के गांवों में रहने वाले लोगों ने इस दौरान अपने संस्कारों-अपनी परंपराओं की शिक्षा के दर्शन कराए. आप सभी ने दुनिया को बहुत सरल शब्दों में मंत्र दिया है दो गज दूरी का, या कहें दो गज देह की दूरी का. इस मंत्र के पालन पर गांवों में बहुत ध्यान दिया जा रहा है.

कोरोना से लोहा ले रहा है भारत

पीएम मोदी ने कहा कि ये आपके ही प्रयास हैं कि आज दुनिया में चर्चा हो रही है कि कोरोना को भारत ने किस तरह जवाब दिया है. इतना बड़ा संकट आया, इतनी बड़ी वैश्विक महामारी आई, लेकिन इन 2-3 महीनों में हमने ये भी देखा है कि भारत का नागरिक, सीमित संसाधनों के बीच अनेक कठिनाइयों के सामने झुकने के बजाय, उनसे टकरा रहा है, लोहा ले रहा है. ये सही है कि रुकावटें आ रही हैं, परेशानी हो रही है, लेकिन संकल्प का सामर्थ्य दिखाते हुए, नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ते हुए, नए-नए तरीके खोजते हुए, देश को बचाने का और देश को आगे बढ़ाने का काम भी निरंतर जारी है.

खुद पर और व्यवस्थाओं पर विश्वास

सरकार और जनता के बीच जब विश्वास होता है तो कितने ही बड़े संकट को हम पार कर लेते हैं. इस बार जो लड़ाई हम जीत रहे हैं, उसका मूल कारण विश्वास है. खुद पर भी विश्वास है और व्यवस्थाओं पर भी विश्वास है.

पढ़ें- लॉकडाउन का एक महीना : 'भारत बेहतर स्थिति में, परीक्षण में 33 गुना तेजी आई'

गौरतलब है कि इस बैठक में पीएम मोदी के साथ पंचायती राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद रहे.

इस दौरान जिन सरपंचों पीएम के साथ अपने विचार साझा किए, वे अपने निकट के एक कॉमन सर्विस सेंटर में उपस्थित थे.

राष्‍ट्रीय पंचायती राज दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई देते हुए कहा कि भारत की विकास यात्रा में पंचायती राज संस्थाओं की प्रभावी भूमिका है.

पीएम मोदी ने इस दौरान ई-ग्राम स्‍वराज एकीकृत पोर्टल का उद्घाटन किया. इसके अलावा पीएम ने ड्रोन आधारित नवीनतम सर्वेक्षण तकनीक का प्रयोग करते स्‍वामित्‍व नामक केंद्रीय योजना भी शुभारंभ किया.

इससे पहले पंचायती राज दिवस के अवसर पर पंचायती राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को लिखे पत्र में प्रधानमंत्री ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं के सदस्य वीर योद्धाओं की तरह पूरे समर्पण के साथ कोरोना महामारी से निबट रहे हैं.

पत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा कि महात्मा गांधी का मानना था कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है. हमारी सरकार इसी सोच के साथ आगे बढ़ रही है कि एक सशक्त ग्रामीण अर्थव्यवस्था देश के विकास की कुंजी है. गांवों के सर्वांगीण विकास के लिए उठाए गए कदम हमारे इसी संकल्प को दर्शाते हैं.

पढ़ें- सांप्रदायिक बंटवारे में लगी भाजपा, लॉकडाउन के दौरान भविष्य की रूपरेखा पर दें जोर : कांग्रेस

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से देशभर के सरपंचों के साथ बातचीत की. सभी सरपंच दूरदर्शन के माध्यम से अपने-अपने घरों से, सामाजिक दूरियों के नियमों का पालन करते हुए इस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए.

इस दौरान पीएम मोदी ने e-GramSwaraj पोर्टल, मोबाइल ऐप एवं स्वामित्व योजना का शुभारंभ किया.

कोरोना के कारण बदला काम करने का तरीका

बैठक में पीएम मोदी ने कहा, 'कोरोना ने हम सभी के काम करने के तरीके को बदल दिया है. पहले हम किसी कार्यक्रम को आमने-सामने रहकर करते थे. लेकिन आज वही कार्यक्रम वीडियो कॉन्फेंसिंग के माध्यम से करना पड़ रहा है. आज इस कार्यक्रम में जुड़े सभी लोगों का मैं स्वागत करता हूं.'

हमें आत्मनिर्भर बनना होगा

पीएम ने कहा, 'आज कुछ लोगों को अच्छे कार्यों के लिए पुरस्कार मिले हैं. पुरस्कार पाने वाले सभी लोगों को बधाई और उस गांव के लोगों को भी बधाई. कोरोना महामारी ने हमारे लिए अनेक मुसीबतें पैदा की हैं, जिनकी हमने कभी कल्पना तक नहीं की थी. लेकिन इससे भी बड़ी बात ये है कि इस महामारी ने हमें नई शिक्षा और संदेश भी दिया है.'

कोरोना संकट के बीच पीएम मोदी का संरपंचों से संवाद

उन्होंने कहा, 'मैं इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी लोगों तक एक संदेश देना चाहता हूं. कोरोना संकट ने सबसे बड़ा सबक हमें जो सिखाया है कि अब हमें आत्मनिर्भर बनना ही पड़ेगा. बिना आत्मनिर्भर बने ऐसे संकटों से निबटना मुश्किल है. गांव अपनी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए आत्मनिर्भर बने, जिला अपने स्तर पर, राज्य अपने स्तर पर, और इसी तरह पूरा देश कैसे आत्मनिर्भर बने, अब ये बहुत आवश्यक हो गया है.'

सवा लाख से ज्यादा पंचायतों तक ब्रॉडबैंड पहुंचा

उन्होंने कहा कि 5-6 साल पहले एक दौर वो भी था, जब देश की सौ से भी कम पंचायतें ब्रॉडबैंड से जुड़ी थीं. अब सवा लाख से ज्यादा पंचायतों तक ब्रॉडबैंड पहुंच चुका है. इतना ही नहीं, गांवों में कॉमन सर्विस सेंटरों की संख्या भी तीन लाख को पार कर रही है.

पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने भारत में ही मोबाइल बनाने का जो अभियान चलाया है, उसी का परिणाम है कि आज गांव-गांव तक कम दामों वाले स्मार्ट फोन पहुंच चुके हैं. ये आज जो इतने बड़े स्तर पर वीडियो कॉन्फ्रेंस हो रही हैं, ये सब इसी के कारण संभव हो पाया है.

सरकार ने दो योजनाएं शुरू की

उन्होंने कहा, गांव के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए आज सरकार द्वारा दो महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट शुरु किए गए हैं. एक है ई-ग्राम स्वराज और दूसरे की विशेषता है कि उसके द्वारा हर ग्रामीण के लिए स्वामित्व योजना की शुरुआत है.

पीएम मोदी ने कहा कि आज लॉन्च हुए एप के जरिए ग्राम पंचायतों के फंड, उसके कामकाज की पूरी जानकारी होगी. इसके माध्यम से पार्दशिता भी आएगी और परियोजनाओं के काम में भी तेजी आएगी.

स्वामित्व योजना से ग्रामीणों को एक नहीं अनेक लाभ होंगे. इससे संपत्ति को लेकर भ्रम और झगड़े खत्म होंगे. इससे गांव में विकास योजनाओं की प्लानिंग में मदद मिलेगी. इससे शहरों की तरह गांवों में भी आप बैंकों से लॉन ले सकें.

कोरोना ने अपने संस्कारों और परंपराओं का दर्शन करवाया

इस कोरोना संकट ने दिखा दिया है कि देश के गांवों में रहने वाले लोगों ने इस दौरान अपने संस्कारों-अपनी परंपराओं की शिक्षा के दर्शन कराए. आप सभी ने दुनिया को बहुत सरल शब्दों में मंत्र दिया है दो गज दूरी का, या कहें दो गज देह की दूरी का. इस मंत्र के पालन पर गांवों में बहुत ध्यान दिया जा रहा है.

कोरोना से लोहा ले रहा है भारत

पीएम मोदी ने कहा कि ये आपके ही प्रयास हैं कि आज दुनिया में चर्चा हो रही है कि कोरोना को भारत ने किस तरह जवाब दिया है. इतना बड़ा संकट आया, इतनी बड़ी वैश्विक महामारी आई, लेकिन इन 2-3 महीनों में हमने ये भी देखा है कि भारत का नागरिक, सीमित संसाधनों के बीच अनेक कठिनाइयों के सामने झुकने के बजाय, उनसे टकरा रहा है, लोहा ले रहा है. ये सही है कि रुकावटें आ रही हैं, परेशानी हो रही है, लेकिन संकल्प का सामर्थ्य दिखाते हुए, नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ते हुए, नए-नए तरीके खोजते हुए, देश को बचाने का और देश को आगे बढ़ाने का काम भी निरंतर जारी है.

खुद पर और व्यवस्थाओं पर विश्वास

सरकार और जनता के बीच जब विश्वास होता है तो कितने ही बड़े संकट को हम पार कर लेते हैं. इस बार जो लड़ाई हम जीत रहे हैं, उसका मूल कारण विश्वास है. खुद पर भी विश्वास है और व्यवस्थाओं पर भी विश्वास है.

पढ़ें- लॉकडाउन का एक महीना : 'भारत बेहतर स्थिति में, परीक्षण में 33 गुना तेजी आई'

गौरतलब है कि इस बैठक में पीएम मोदी के साथ पंचायती राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद रहे.

इस दौरान जिन सरपंचों पीएम के साथ अपने विचार साझा किए, वे अपने निकट के एक कॉमन सर्विस सेंटर में उपस्थित थे.

राष्‍ट्रीय पंचायती राज दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई देते हुए कहा कि भारत की विकास यात्रा में पंचायती राज संस्थाओं की प्रभावी भूमिका है.

पीएम मोदी ने इस दौरान ई-ग्राम स्‍वराज एकीकृत पोर्टल का उद्घाटन किया. इसके अलावा पीएम ने ड्रोन आधारित नवीनतम सर्वेक्षण तकनीक का प्रयोग करते स्‍वामित्‍व नामक केंद्रीय योजना भी शुभारंभ किया.

इससे पहले पंचायती राज दिवस के अवसर पर पंचायती राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को लिखे पत्र में प्रधानमंत्री ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं के सदस्य वीर योद्धाओं की तरह पूरे समर्पण के साथ कोरोना महामारी से निबट रहे हैं.

पत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा कि महात्मा गांधी का मानना था कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है. हमारी सरकार इसी सोच के साथ आगे बढ़ रही है कि एक सशक्त ग्रामीण अर्थव्यवस्था देश के विकास की कुंजी है. गांवों के सर्वांगीण विकास के लिए उठाए गए कदम हमारे इसी संकल्प को दर्शाते हैं.

पढ़ें- सांप्रदायिक बंटवारे में लगी भाजपा, लॉकडाउन के दौरान भविष्य की रूपरेखा पर दें जोर : कांग्रेस

Last Updated : Apr 24, 2020, 12:28 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.