नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत टी एस तिरुमूर्ति ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की गैर स्थायी सीट के लिए चुनावों के मद्देनजर कहा कि इस परिषद में भारत की मौजूदगी से ‘वसुदैव कुटुम्बकम’ के लोकाचार को दुनिया तक लाने में मदद मिलेगी.
भारत गैर-स्थायी सदस्य के तौर पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में शामिल होने के लिए तैयार है जिसके लिए चुनाव 17 जून को होंगे. भारत 2021-22 कार्यकाल के लिए एशिया-प्रशांत श्रेणी से गैर-स्थायी उम्मीदवार है. समूह की एकमात्र सीट के लिए इकलौता उम्मीदवार होने के नाते उसकी जीत तय मानी जा रही है.
नई दिल्ली की उम्मीदवारी का चीन और पाकिस्तान समेत 55 सदस्यीय एशिया-प्रशांत समूह ने सर्वसम्मति से पिछले साल जून में समर्थन किया था. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने शुक्रवार को एक वीडियो संदेश में कहा कि संयुक्त राष्ट्र को समकालीन वास्तविकताओं को प्रतिबिंबिंत करने और विश्वसनीय बने रहने के लिए बदलने की जरूरत है. संयुक्त राष्ट्र इस साल अपनी 75वीं वर्षगांठ मना रहा है.
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उन्होंने कहा, 'संयुक्त राष्ट्रीय में भारत का सफर उल्लेखनीय रहा है. संयुक्त राष्ट्र का संस्थापक सदस्य होने के नाते संयुक्त राष्ट्र चार्टर के लक्ष्यों को लागू करने में भारत का योगदान ठोस रहा है. कई मायनों में असाधारण भी रहा है.'
तिरुमूर्ति ने कहा, 'मुझे भरोसा है कि जब हम संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए तैयार हैं और 2022 में भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के बाद सुरक्षा परिषद में भारत की मौजूदगी से दुनिया एक परिवार है यानी वसुदैव कुटुम्बकम के हमारे लोकाचार दुनिया तक लाने में मदद मिलेगी.'