नई दिल्ली : भारत की पहली निजी रेलगाड़ी तेजस एक्सप्रेस का नई दिल्ली से लखनऊ मार्ग पर परिचालन शुरू हो गया है. हालांकि, इस ट्रेन को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंचते ही रेलवे संघ के प्रबल विरोध का सामना करना पड़ा. दरअसल ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के सदस्य ट्रेन के निजीकरण के खिलाफ विरोध कर रहे हैं.
बता दें कि तेजस एक्सप्रेस को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लखनऊ जंक्शन से हरी झंडी दिखाई थी. यह ट्रेन शाम को 6 घंटे 15 मिनट का समय लेते हुए सही समय पर अपराह्न 4 बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंची.
ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन ने देश भर में पहली निजी ट्रेन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए पूरे रेल नेटवर्क में 'विरोध दिवस' मनाया क्योंकि रेलवे बोर्ड ने 150 गाड़ियों को निजी क्षेत्र को सौंपने का फैसला किया है.
ऊंची कीमतों का दिया हवाला
वहीं रेलवे यूनियन के सदस्यों ने भारतीय रेल के 'निजीकरण' के खिलाफ बैनर लेकर रेल मंत्रालय और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
गौरतलब है कि तेजस एक्सप्रेस के टिकट की कीमत एसी चेयर कार के यात्रियों के लिए 1,280 रुपये और विशेष चेयर कार के लिए 2,450 रुपये है.
इस पर रेलवे यूनियन का दावा है कि ये टिकट काफी महंगे हैं, फिर इस मार्ग पर चलने वाली अन्य ट्रेनें काफी महंगी है. जो एक आम आदमी के लिए ट्रेन से यात्रा करने के लिए इतनी ऊंची कीमतों का भुगतान करना मुश्किल होगा.
इस भी पढ़ें- सीएम योगी ने 'तेजस एक्सप्रेस' को दिखाई हरी झंडी, जानिए क्या है ट्रेन की विशषता
आईआरसीटीसी के पास है संचालन की जिम्मेदारी
रेलवे बोर्ड ने इस ट्रेन को टिकटिंग और बोर्ड सेवाओं के साथ ढुलाई संबंधी सुविधाओं के संचालन के लिए आईआरसीटीसी को सौंप दिया है.
बहरहाल रेलवे यूनियन का मानना है कि इस फैसले की वजह से बड़ी संख्या में श्रमिक अपनी नौकरी खो देंगे.
उल्लेखनीय है कि तेजस एक्सप्रेस 5 अक्टूबर से अपना व्यावसायिक परिचालन शुरू करेगी. यह लखनऊ से सुबह 6 बजकर 10 मिनट से चलकर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मध्याह्न बाद 12 बजकर 25 मिनट पर पहुंचेगी. अपनी वापसी पर ट्रेन दोपहर 3 बजकर 35 मिनट पर दिल्ली से रवाना होगी और रात्रि 10 बजकर 05 मिनट पर लखनऊ पहुंचेगी.