बीजिंग : चीन ने कोरोनो वायरस महामारी के कारण सैकड़ों भारतीय छात्रों को अपने संबंधित कॉलेजों के संपर्क में रहने और ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के माध्यम से अपनी शैक्षणिक प्रगति के निर्देशों का पालन करने के लिए कहा है. क्योंकि विदेशी छात्रों को अभी देश में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है.
पिछले साल के आंकड़ों के अनुसार 23,000 से अधिक भारतीय छात्रों ने चीनी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश लिया. जिनमें से 21,000 से अधिक एमबीबीएस के छात्र थे.
इनमें से अधिकांश छात्र जनवरी में चीनी नववर्ष की छुट्टियों के दौरान भारत आए थे. उसी समय चीन में कोरोनो वायरस की महामारी फैलने लगी, जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय यात्रा बुरी तरह बाधित हो गई.
चीनी शिक्षा मंत्रालय ने भारतीय दूतावास को सूचित किया कि वर्तमान में चीन में विदेशी छात्र कुछ समय के लिए देश में प्रवेश नहीं कर सकते लेकिन, चीन की सरकार चीन में विदेशी छात्रों के वैध अधिकारों और हितों की सुरक्षा को बहुत महत्व देती है.
विदेशी छात्र और शिक्षक अगले नोटिस तक चीन में अपने कॉलेजों में वापस नहीं आएंगे. चीनी शिक्षा मंत्रालय ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि छात्रों के साथ निकट संपर्क बनाए रखने के लिए चीन के प्रासंगिक विश्वविद्यालय तुरंत छात्रों को सूचित करें और ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के माध्यम से छात्रों का अध्ययन जारी रखने में मदद करें. वे छात्रों की उचित मांगों का जवाब दें और उनकी व्यावहारिक कठिनाइयों को हल करने में मदद करें.
चूंकि दुनिया में महामारी की स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं है और चीन में प्रवेश और निकास पर प्रासंगिक नीतियों को धीरे-धीरे समायोजित किया जा रहा है, इसलिए यह सुझाव दिया गया है कि भारतीय छात्रों को प्रासंगिक चीनी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के साथ घनिष्ठ संपर्क बनाए रखना चाहिए.
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भारतीय दूतावास ने भी छात्रों को अपने संबंधित विश्वविद्यालयों/कॉलेजों के साथ संपर्क में रहने की सलाह दी और कहा कि वे चीन में भारतीय दूतावास/वाणिज्य दूतावास की वेबसाइट और उनके सोशल मीडिया चैनलों के संपर्क में रहें ताकि वे स्थिति के बारे में अपडेट रहें.