नई दिल्लीःलोकसभा में नेशनल मेडिकल कमीशन विधेयक (NMC) 2019 पारित होने के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने विधेयक में कुछ प्रावधानों का विरोध करते हुए बुधवार को 24 घंटे के लिए देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है.
हड़ताल सुबह छह बजे से शुरू होगी जिससे देश भर में स्वस्थ्य सेवाएं प्रभावित होंगी. हड़ताल में लाखों डॉक्टर, मेडिकल के छात्र और IMA के सदस्य हिस्सा लेंगे. हालांकि, आपातकालीन सुविधाएं, और ICU की सुविधाएं सामान्य रूप से कार्य करेंगी.
डॉ रविंद्र एस वानखेडकर, IMA के तत्काल पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि लोकसभा में अलोकतांत्रिक NMC विधेयक पारित करके देश की स्वास्थ्य सेवाओं और चिकित्सा शिक्षा को अंधेरे मे ढकेला जा रहा है.
वानखेडकर ने बताया कि NMC विधेयक की धारा 32 में 3.5 लाख अयोग्य लोगों को आधुनिक चिकित्सा पद्धति का अभ्यास करने के लिए लाइसेंस देने का प्रावधान है.
इस विधेयक में सामुदायिक स्वास्थ्य प्रदाता (Community Health Provider) को ठीक से परिभाषित नहीं किया गया है. इससे कोई भी जो आधुनिक चिकित्सा से जुड़ा हुआ है वह NMC में पंजिकृत होकर आधुनिक चिकित्सा पद्धति का अभ्यास करने का लाईसेंस ले सकता है. इसका मतलब यह है कि बिना चिकित्सा की पृष्ठभूमि वाला व्यक्ति भी चिकित्सा पद्धति का अभ्यास कर सकता है.
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उन्होंने कहा कि इस प्रावधान के साथ और भी जो विवादित प्रावधान हैं उनको देश का चिकित्सा संसर्ग कभी स्वीकार नहीं करगा. मेडिकल छात्रों की पीढ़ियों के करियर को प्रभावित करने वाली परीक्षाओं के संबंध में इस विधेयक द्वारा की गई गड़बड़ी को माफ नहीं किया जा सकता है. विधेयक में जो कमियां हैं उनसे राष्ट्र का स्वास्थ्य का प्रभावित होगा.
IMA को NMC विधेयक 2019 की धारा 10(1) पर भी आपत्ति है. यह धारा निजी मेडिकल कालेजों के लिए आरक्षित सीटों और उनके शुल्क संरचना के बारे में बात करती है.
जानकारी के लिए बता दें कि NMC विधेयक 2019, 29 जुलाई 2019 को लोकसभा में पारित हो गया था. स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने कहा कि इससे मेडिकस शिक्षा में 'इंस्पेक्टर राज' खत्म हो जाएगा.
गौरतलब है कि NMC 2019 विधेयक में मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया अधिनियम-1956 को निरस्त करने और वर्तमान एमसीआई (Medical Council of India) को भंग करने का प्रस्ताव है.
विधेयक में राष्ट्रीय चिकित्सा परिषद (NMC) को स्थापित करने का प्रस्ताव किया गया है. इसके अंतर्गत कई अन्य निकायों को स्थापित किया जाएगा.
बता दें कि IMA ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन सौंपा है जिसमें NMC विधेयक 2019 को वापस लेने की अपील की गई है.