नई दिल्ली : पूर्वी लद्दाख में भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद भारत वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर हथियारों की संख्या बढ़ा रहा है. इसके साथ एलएसी पर सैनिकों की भी संख्या बढ़ाई जा रही है.
श्रीनगर से लद्दाख जाने वाले हाईवे पर सोमवार को भारतीय सेना एलएसी की तरफ घातक हथियार ले जाती दिखाई दी. वहीं लद्दाख एयरबेस पर पहले से ही लड़ाकू विमानों की संख्या बढ़ाई जा चुकी है. सैनिकों की संख्या बढ़ाने के लिए सभी जवानों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई हैं.
दरअसल चीन पूर्वी लद्दाख में सैन्य बल लगातार बढ़ा रहा है. देश की सीमा की सुरक्षा को देखते हुए भारत ने भी एलएसी पर सैनिकों की संख्या बढ़ा दी है. इसके साथ ही चीन को जवाब देने के लिए भारत सीमा पर भारी संख्या में युद्धक हथियारों की तैनाती कर रहा है.
इस बीच भारत सरकार ने तीनों सेनाओं को 500 करोड़ रुपये तक घातक हथियार खरीदने की छूट दी है. इसके साथ ही सीमा पर तैनात जवानों के लिए भी कुछ नियम में बदलाव किए गए हैं.
वहीं हाल ही में आई सिपरी रिपोर्ट के मुताबिक भारत परमाणु हथियारों की संख्या में भी लगातार इजाफा कर रहा है.
बता दें कि गत दिनों लद्दाख के गलवान घाटी में एलएसी पर भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे और दुश्मन चीन के 35 सैनिक हताहत हुए थे.