नई दिल्ली: भारतीय सेना के सिख अधिकारी और सुरक्षा बल बड़ी संख्या में पाकिस्तान के करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब में जाने के इच्छुक हैं. सेना के सूत्रों के अनुसार, हाल ही में खुले हुए करतारपुर गलियारे के माध्यम से पाकिस्तान में सिखों के सबसे प्रतिष्ठित मंदिर की यात्रा करने के इच्छुक कर्मियों के लिए सेना की ओर से कुछ दिशानिर्देश जारी किए गए हैं.
दिशानिर्देशों में, सेना ने अपने कर्मियों को वहां जाने के दौरान सावधान रहने को कहा है क्योंकि वह विदेशी नागरिकों के संपर्क में आ सकते हैं.
सेना के सूत्रों ने कहा कि चूंकि सेनाकर्मी पाकिस्तान का दौरा करेंगे, इसलिए तीर्थयात्रा के दौरान सैनिकों को अतिरिक्त सतर्क रहने की आवश्यकता होगी.
भारतीय सेना के पास बड़ी संख्या में सिख अधिकारी और सैनिक हैं. सिख रेजिमेंट, सिख लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट और पंजाब रेजिमेंट सहित इसकी तीन रेजिमेंटों में मुख्य रूप से पंजाब और पड़ोसी राज्य हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के सिख सैनिक शामिल हैं.
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9 नवंबर को, पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान ने सिख धर्म गुरु नानक देव के संस्थापक की 550 वीं जयंती मनाने के लिए भारतीय सिख तीर्थयात्रियों के वीजा मुक्त प्रवेश की सुविधा के लिए करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन किया था.
बता दें कि हाल ही में पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख राशिद ने हाल ही में अपनी सरकार का यह कहकर खंडन किया था कि गलियारे का उद्घाटन सेना प्रमुख जनरल क़मर जावेद बाजवा का षड़यंत्र था और उन्होंने कहा कि यह होगा भारत को हमेशा के लिए आहत कर दिया.