नई दिल्ली : दुनिया के 186 से अधिक देश कोरोना महामारी का सामना कर रहे हैं. इन देशों में यूएई और भारत भी शामिल हैं. भारत में संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है, तो दूसरी ओर यूएई में भी 39 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. इस संकट के समय में कई आर्थिक समस्याएं भी सामने आई हैं. पेट्रोलियम निर्यातक देशों का संगठन- ओपेक (OPEC) ने भी कई अहम फैसले लिए हैं. यूएई भी ओपेक देशों में शामिल है.
इस संकट काल में दोनों देशों के रिश्तों को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने यूएई समकक्ष, शेख अब्दुल्ला बिन जायद बिन सुल्तान अल नाहयान के साथ बातचीत की. बातचीत के दौरान दोनों कोरोना संकट के बाद के हालातों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने पर सहमत हुए. दोनों नेताओं के बीच भारत और यूएई संबंध के सभी आयामों पर बात की गई.
फोन पर हुई बातचीत के दौरान, दोनों नेताओं ने कोरोना महामारी की स्थिति के दौरान दोनों देशों के बीच प्रभावी सहयोग के बारे में संतोष व्यक्त किया.
सोमवार को विदेश मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि यूएई के विदेश मंत्री बिन जायद के साथ बात कर हमेशा की तरह खुशी हुई. अपने विशेष संबंधों की समग्रता की समीक्षा की. हम कोरोना के बाद भी अपने संबंधों को मजबूत करने की दिशा में काम करेंगे.
बता दें कि पिछले महीने संयुक्त अरब अमीरात ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों पर रोक लगाने के लिए भारत को सात मीट्रिक टन की चिकित्सा आपूर्ति की थी.
इससे पहले 25 मई को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और सरकार और यूएई के लोगों को ईद-उल-फित्र की शुभकामनाएं दीं थी.