नई दिल्ली : भारत ने पुष्टि की है कि वह पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान को शहंगाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक के लिए आमंत्रित करेगा. हालांकि शिखर सम्मेलन का कार्यक्रम अभी तय नहीं किया गया है.वैसे इमरान खान के प्रधानमंत्री बनने के बाद यह पहला मौका होगा जब भारत सरकार उन्हें भारत आने के लिए आमंत्रित करेगी.
बता दें कि उससे पहले सोमवार को एससीओ महासचिव व्लादिमीर नोरोव ने इस आशय की जानकारी दी थी कि इस बार एससीओ बैठक का प्रमुख मुद्दा व्यापार और वाणिज्य के लिए रोड मैप तैयार करना होगा.
व्लादिमीर नोरोव कहा था एससीओ के राष्ट्रप्रमुखों की मेजबानी करने के लिए भारत के फैसले का स्वागत किया है.
उन्होंने यह भी दावा किया कि भारत के इस फैसले से एससीओ के सभी सदस्य खुश हैं. उन्होंने बताया कि राष्ट्रप्रमुखों से मिलने के पहले, सदस्य देशों के वाणिज्य और व्यापार मंत्री नई दिल्ली में मिलेंगे और व्यापार और वाणिज्य रोड मैप तैयार करेंगे.
गौरतलब है कि वर्ष 2017 में भारत और पाकिस्तान एससीओ के सदस्य बने थे. भारत को एससीओ का सदस्य बनाने में रूस ने मदद की था, जबकि पाकिस्तान का समर्थन चीन ने किया था.
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इस दौरान एससीओ महासचिव ने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से मुलाकात की थी . इस मुलाकात में विदेश मंत्री ने पयर्टन को बढ़ावा देने में एससीओ के प्रयासों की सराहना की थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जून 2019 में एससीओ शिखर सम्मेलन एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम बन गया है हालांकि अभी तक कार्यक्रम तय नहीं हुआ है.
बता दें कि पाकिस्तान सरकार ने यह निर्णय लिया कि भारत जिस भी कार्यक्रम में हिस्सा लेगा, उसने वह हिस्सा नहीं लेगा.इस वजह से यह देखना दिलचस्प होगा कि नई दिल्ली में होने वाली एससीओ की बैठक में पाकिस्तान शामिल होता है कि नहीं.