नई दिल्ली : भारत और म्यांमार ने बृहस्पतिवार को अपने बहुआयामी संबंधों की समग्र समीक्षा की तथा व्यापार एवं निवेश, विद्युत, ऊर्जा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में रिश्तों को और प्रगाढ़ बनाने पर चर्चा की.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत और म्यांमार के विदेश मामलों के अधिकारियों के बीच डिजिटल बैठक हुई. इस दौरान दोनों पक्षों ने कोविड-19 के प्रभाव को कम करने के तौर-तरीकों पर भी गहन चर्चा की.
भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने किया, जबकि म्यांमार के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व स्थायी सचिव यू सोइ हान ने किया.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि वार्ता के दौरान विदेश सचिव ने 'पड़ोसी प्रथम' और 'एक्ट ईस्ट' नीतियों के अनुरूप म्यांमार के साथ भारत की भागीदारी से जुड़ी प्राथमिकताओं को दोहराया.
इसने एक बयान में कहा, 'उन्होंने (विदेश सचिव) उल्लेख किया कि भारत म्यांमार के साथ अपने बहुआयामी सहयोग को मजबूत करने के लिए कटिबद्ध है तथा वह सहयोग के नए क्षेत्रों को लेकर भी काम करेगा.'
मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मंचों पर संबंधों के संपूर्ण विस्तार की समीक्षा की.
इसने कहा, 'दोनों पक्षों ने सीमा सहयोग और सीमा अवसंरचना के उन्नयन, म्यांमार में भारत की जारी विकास परियोजनाओं, व्यापार एवं निवेश संबंधों, विद्युत और ऊर्जा सहयोग और सांस्कृतिक सहयोग सहित संबंधों के संपूर्ण विस्तार की समीक्षा की.'
सांस्कृतिक क्षेत्र में बागान में विभिन्न पैगोडा का जारी मरम्मत कार्य भी शामिल है जो भकूंप के चलते नष्ट हो गए थे.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह उल्लेख किया गया कि 20 अक्टूबर को होने वाली अगली बैठक द्विपक्षीय व्यापार तथा निवेश संबंधों को और मजबूत करने में उपयोगी होगी.
इसने कहा, 'दोनों पक्षों ने कोविड-19 से उत्पन्न चुनौतियों तथा टीके के विकास, दवाओं, उपकरणों की आपूर्ति सहित महामारी के प्रभाव को कम करने के तरीकों पर भी चर्चा की.'
मंत्रालय ने कहा कि स्थायी सचिव ने दोनों देशों के पारस्परिक लाभ के लिए भारत के साथ समय पर खरी उतरी अपनी भागीदारी को आगे और मजबूत करने की म्यांमार की प्रतिबद्धता दोहराई.
उन्होंने म्यांमार को दी गई कोविड-19 संबंधी मदद के लिए भारत की सराहना की.