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भारत-चीन वार्ता में सीमा निर्धारण, प्रबंधन पर होगा फोकस : चीन

चीनी विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि चीन के विशेष प्रतिनिधि भारत दौरे पर जा रहे हैं. इस दौरान दोनों देशों के बीच भारत-चीन सीमा से संबंधित मुद्दों पर फोकस होगा. पढ़ें पूरी खबर...

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मोदी और जिनपिंग (फाइल फोटो)
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Published : Dec 20, 2019, 7:27 PM IST

Updated : Dec 20, 2019, 7:38 PM IST

बीजिंग : भारत-चीन के विशेष प्रतिनिधियों के बीच नई दिल्ली में सीमा मुद्दे पर दो दिवसीय वार्ता में सीमा के निर्धारण, सीमा प्रबंधन और द्विपक्षीय तथा अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर बातचीत होगी. इस बार में आज चीनी विदेश मंत्रालय ने बताया.

शनिवार को शुरू हो रही सीमा वार्ता में चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्री वांग यि करेंगे, जबकि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भारतीय दल का नेतृत्व करेंगे.

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने यहां मीडिया को बताया कि चीन के विशेष प्रतिनिधि वांग 20-21 दिसंबर को डोभाल के साथ सीमा वार्ता के 22 वें दौर की चर्चा करेंगे.

पढ़ें : चीनी घुसपैठ पर बोले रक्षा मंत्री, 'कभी-कभी हमारे लोग भी चले जाते हैं'

गेंग ने कहा, 'हमारी वार्ता और रणनीतिक संवाद के लिए विशेष प्रतिनिधि वार्ता मुख्य जरिया और महत्वपूर्ण मंच है.'

उन्होंने बताया कि परिपाटी के तहत दोनों देश बारी-बारी से बैठकें आयोजित करेंगे.

गौरतलब है कि पिछले साल वार्ता चीन में हुई थी.

उन्होंने कहा, 'दोनों विशेष प्रतिनिधि दोनों नेताओं (प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति शी जिनपिंग) की सहमति पर आगे बढ़ेंगे और सीमा के निर्धारण, सीमा प्रबंधन तथा समाधान के लिए व्यावहारिक सहयोग पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे.'

गेंग ने कहा कि दोनों देश आपसी हितों के द्विपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी विचार साझा करेंगे.

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि दोनों विशेष प्रतिनिधियों के बीच पिछले साल चीन के चेंगदू में 21 वें दौर की वार्ता हुई थी. इस दौरान भारत-चीन सीमा के निष्पक्ष, तार्किक और आपस में स्वीकार्य समाधान को लेकर प्रयास तेज करने पर सहमति बनी थी.

बीजिंग : भारत-चीन के विशेष प्रतिनिधियों के बीच नई दिल्ली में सीमा मुद्दे पर दो दिवसीय वार्ता में सीमा के निर्धारण, सीमा प्रबंधन और द्विपक्षीय तथा अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर बातचीत होगी. इस बार में आज चीनी विदेश मंत्रालय ने बताया.

शनिवार को शुरू हो रही सीमा वार्ता में चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्री वांग यि करेंगे, जबकि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भारतीय दल का नेतृत्व करेंगे.

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने यहां मीडिया को बताया कि चीन के विशेष प्रतिनिधि वांग 20-21 दिसंबर को डोभाल के साथ सीमा वार्ता के 22 वें दौर की चर्चा करेंगे.

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गेंग ने कहा, 'हमारी वार्ता और रणनीतिक संवाद के लिए विशेष प्रतिनिधि वार्ता मुख्य जरिया और महत्वपूर्ण मंच है.'

उन्होंने बताया कि परिपाटी के तहत दोनों देश बारी-बारी से बैठकें आयोजित करेंगे.

गौरतलब है कि पिछले साल वार्ता चीन में हुई थी.

उन्होंने कहा, 'दोनों विशेष प्रतिनिधि दोनों नेताओं (प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति शी जिनपिंग) की सहमति पर आगे बढ़ेंगे और सीमा के निर्धारण, सीमा प्रबंधन तथा समाधान के लिए व्यावहारिक सहयोग पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे.'

गेंग ने कहा कि दोनों देश आपसी हितों के द्विपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी विचार साझा करेंगे.

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि दोनों विशेष प्रतिनिधियों के बीच पिछले साल चीन के चेंगदू में 21 वें दौर की वार्ता हुई थी. इस दौरान भारत-चीन सीमा के निष्पक्ष, तार्किक और आपस में स्वीकार्य समाधान को लेकर प्रयास तेज करने पर सहमति बनी थी.

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CHINA-INDIA-TALKS
India-China border talks to focus on delimitation of boundary, border management: China

By K J M Varma
         Beijing, Dec 20 (PTI) The two-day India-China border talks between their special representatives in New Delhi will focus on delimitation of the border, boundary management and a host of bilateral and international issues, the Chinese Foreign Ministry said here on Friday.
          The Chinese delegation will be led by its Foreign Minister Wang Yi, while National Security Advisor Ajit Doval will head the Indian team at the boundary talks beginning on Saturday.
          Wang, who is the designated Special Representative of China, would hold the 22nd round of border talks with Doval on December 20-21, Chinese Foreign Ministry spokesman Geng Shuang told the media here.
          "The Special Representative (SR) talks is the main channel and an important platform for our negotiations and strategic communications," Geng said.
          The two countries, according to the practice, will hold the meetings in rotation, he said.
          Last year the talks were held in China.
          "The two SRs will follow the consensus of the two leaders, (Prime Minister Narendra Modi, President Xi Jinping) and exchange views on delimitation of the border, boundary management and practical cooperation to seek a resolution," he said.
          "The two sides will also exchange views on bilateral and international issues of mutual interest," Geng said.
          The two officials held the 21st round of talks at Chengdu in China last year during which both sides resolved to "intensify their efforts to achieve a fair, reasonable and mutually acceptable solution to the India-China boundary question at an early date," a Ministry of External Affairs statement had said.
          "They underlined the importance of approaching the boundary question from the strategic perspective of India-China relations and agreed that an early settlement of the boundary question serves the fundamental interests of both countries," it had said.
          The annual SR talks are regarded highly by both sides as it is the highest official level forum with a mandate to discuss not only the solution to the boundary issue but also all other issues concerning the two countries.
          The India-China border dispute covers 3,488-km-long Line of Actual Control (LAC). China claims Arunachal Pradesh as part of southern Tibet while India contests it.
          The border dispute, besides a host of other issues, were discussed between Modi and Xi during their 2nd informal summit at Mamallapuram in October this year.
          After his summit meeting with Modi at Mamallapuram, Xi said "we will seek a fair and reasonable solution to the border issue that is acceptable to both sides in accordance with the agreement on political guiding principles".
          "We should carefully handle issues concerning each other's core interests. We should properly manage and control problems that cannot be solved for the time being," he had said in a statement after the talks.
          Xi also suggested that both the countries should improve the level of military and security exchanges and cooperation. PTI KJV AKJ
MRJ
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Last Updated : Dec 20, 2019, 7:38 PM IST
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