नई दिल्ली: भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है. अमेरिका के प्रतिबंधों के बाद दो सबसे बड़े तेल आपूर्तिकर्ता ईरान और वेनेजुएला से भारत तेल व्यापार बंद कर सकता है. गुयाना मोदी प्रशासन के लिए विश्वसनीय विकल्प बन सकता है.
बता दें, 2015 में दुनिया की सबसे बड़ी ऊर्जा फर्म में से एक एक्सॉनमोबिल ने गुयाना में 5 बिलियन से अधिक तेल बैरल की खोज की थी.
इस संबंध में भारत में गुयाना के उच्चायुक्त डेविड गोल्डविन पोलार्ड से ईटीवी भारत ने बातचीत की. इस दौरान उन्होंने पुष्टि की कि उनके देश में तेल का उत्पादन अगले साल की पहली तिमाही में शुरू होगा और भविष्य में यह बिक्री के लिए उपलब्ध होगा.
उन्होंने कहा कि तेल उत्पादन शुरू होने के बाद दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध बढ़ेंगे और तेल के साथ अन्य उत्पादों को भी शामिल किया जाएगा.
सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों की सराहना करते हुए गुयाना उच्चायुक्त ने कहा कि उनका देश इस क्षेत्र में भारत के साथ अपनी साझेदारी को बढ़ाना चाहेगा क्योंकि भारत विकास के लिए प्रतिबद्ध है.
डेविड गोल्डविन पोलार्ड ने पीएम मोदी को फिर से चुनाव की बधाई दी और आशा व्यक्त की कि वह न केवल गुयाना बल्कि अन्य कैरिबियन देशों का भी दौरा करेंगे. उन्होंने कहा कि दोनों देशों की सरकारें द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने पर जोर दे रही हैं.