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भारत ब्रिटेन कर रहे आईएनएस विशाल की तैयारीः रिपोर्ट - आईएएनएस विशाल

भारत और ब्रिटेन के बीच विमान वाहक पोर्ट बनाने की तैयारी की जा रही है. कहा जा रहा है कि 2022 तक बनकर तैयार होने पर इसका नाम आईएएनएस विशाल रखा जाएगा.

स्टुअर्ट एंड्रीयू
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Published : May 5, 2019, 11:27 PM IST

नई दिल्लीः मीडिया की खबर के अनुसार, ब्रिटेन और भारत के बीच एक अत्याधुनिक विमान वाहक पोत बनाने की बात की जा रही है. जो मेक इन इंडिया का हिस्सा होगा.

बता दें, यह पोर्ट ब्रिटेन के एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ की तर्ज पर होगा. जब यह विमान वाहक पोर्ट बन कर तैयार हो जाएगा, तो इसका नाम 2022 में आई 'एनएस विशाल' रखा जाएगा.

‘संडे मिरर’ की खबर के मुताबिक एक भारतीय शिष्टमंडल ने स्कॉटलैंड में रोसीथ डॉकयार्ड का दौरा किया है, जहां एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ को तैयार किया गया और अब दूसरे सुपरकैरियर एचएमएस प्रिंस ऑफ वेल्स का निर्माण किया जा रहा है.

अखबार ने दावा किया है कि यदि इस मुद्दे पर दोनों देशों की सहमति बन जाती है तो, नए युद्धपोत का निर्माण भारत में किया जाएगा, लेकिन कईं ब्रिटिश कंपनियां ऐसी होंगी जो इसके पुर्जों की आपूर्ति करेंगी.

खबर के अनुसार यह पोर्ट भारत के आईएनएस विक्रमादित्य और भविष्य के आईएनएस विक्रांत के साथ सेवा देगा, और इससे भारत का ब्रिटेन से भी बड़ा विमान वाहक पोत का बेड़ा बनेगा.

जब ब्रिटेन के रक्षा मंत्री स्टुअर्ट एंड्रीयू से इस मुद्दे पर पूछा गया तो उन्होंने कहा, हमने भारत से कईं सारे उपकरणों व क्षमता के मुद्दों पर भारत के साथ चर्चा की है, इस मुद्दे पर किसी भी तरह की टिप्पणी करने को अनुचित बताते हुए कहा, इस मुद्दे पर किसी भी तरह की टिप्पणी करना अनुचित होगा.

पढ़ेंः यूरोपीय संघ और ब्रिटेन के साथ व्यापार को लेकर नए सिरे से विचार कर रहा है दक्षिण अफ्रीका

बता दें, ब्रिटिश विमानवाहक पोत का डिजाइन फ्रांसीसी एयरोस्पेस कंपनी बीएई और थेल्सन ने तैयार किया है.

बीएई प्रवक्ता ने कहा, भारत के साथ चर्चा शुरू हो गई है.

उन्होंने कहा, कि भारतीय नौसेना और स्थानीय जरूरतों को पूरा करने के लिए इसके डिजाइन में कुछ बदलाव किए जा सकते हैं.

नई दिल्लीः मीडिया की खबर के अनुसार, ब्रिटेन और भारत के बीच एक अत्याधुनिक विमान वाहक पोत बनाने की बात की जा रही है. जो मेक इन इंडिया का हिस्सा होगा.

बता दें, यह पोर्ट ब्रिटेन के एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ की तर्ज पर होगा. जब यह विमान वाहक पोर्ट बन कर तैयार हो जाएगा, तो इसका नाम 2022 में आई 'एनएस विशाल' रखा जाएगा.

‘संडे मिरर’ की खबर के मुताबिक एक भारतीय शिष्टमंडल ने स्कॉटलैंड में रोसीथ डॉकयार्ड का दौरा किया है, जहां एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ को तैयार किया गया और अब दूसरे सुपरकैरियर एचएमएस प्रिंस ऑफ वेल्स का निर्माण किया जा रहा है.

अखबार ने दावा किया है कि यदि इस मुद्दे पर दोनों देशों की सहमति बन जाती है तो, नए युद्धपोत का निर्माण भारत में किया जाएगा, लेकिन कईं ब्रिटिश कंपनियां ऐसी होंगी जो इसके पुर्जों की आपूर्ति करेंगी.

खबर के अनुसार यह पोर्ट भारत के आईएनएस विक्रमादित्य और भविष्य के आईएनएस विक्रांत के साथ सेवा देगा, और इससे भारत का ब्रिटेन से भी बड़ा विमान वाहक पोत का बेड़ा बनेगा.

जब ब्रिटेन के रक्षा मंत्री स्टुअर्ट एंड्रीयू से इस मुद्दे पर पूछा गया तो उन्होंने कहा, हमने भारत से कईं सारे उपकरणों व क्षमता के मुद्दों पर भारत के साथ चर्चा की है, इस मुद्दे पर किसी भी तरह की टिप्पणी करने को अनुचित बताते हुए कहा, इस मुद्दे पर किसी भी तरह की टिप्पणी करना अनुचित होगा.

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बता दें, ब्रिटिश विमानवाहक पोत का डिजाइन फ्रांसीसी एयरोस्पेस कंपनी बीएई और थेल्सन ने तैयार किया है.

बीएई प्रवक्ता ने कहा, भारत के साथ चर्चा शुरू हो गई है.

उन्होंने कहा, कि भारतीय नौसेना और स्थानीय जरूरतों को पूरा करने के लिए इसके डिजाइन में कुछ बदलाव किए जा सकते हैं.

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