नई दिल्ली : पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की ओर से भारत की मदद करने की पेशकश पर विदेश मंत्रालय ने कहा है कि पाकिस्तान को यह याद रखना चाहिए हमारा प्रोत्साहन पैकेज ही पाकिस्तान की कुल जीडीपी के बराबर है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने मीडियो कों संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान को यह याद रखनी चाहिए कि वह कर्ज में डूबा रहा है, जो कि उनकी जीडीपी का 90 प्रतिशत हिस्सा है. जबकि हमारा राहत पैकेज ही पाकिस्तान की जीडीपी के बराबर है.
टिड्डी दल के हमलों पर श्रीवास्तव ने कहा कि हमने पाकिस्तान को प्रस्ताव दिया है कि हम तकनीकी स्तर की बैठकें कर सकते हैं. यह बैठक टिड्डी चेतावनी संगठनों के बीच हो सकती है.
इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कैश ट्रांसफर करने की योजना पर भारत की मदद करने की पहल की थी.
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इमरान ने ट्वीट करते हुए कहा कि बीते नौ हफ्तों में उनकी सरकार ने एक करोड़ परिवारों तक पारदर्शी तरीके से 120 अरब रुपये पहुंचाए हैं. यह राशि कोविड-19 से प्रभावित गरीब परिवारों की मदद के लिए दी गई है. उन्होंने बताया कि उनकी सरकार की योजना की विश्वभर में तारीफ हो रही है.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन लगाया गया था. लॉकडाउन से समाज का लगभग हर तबका आर्थिक रूप से प्रभावित हुआ है.