नई दिल्ली: पाकिस्तान भारत के साथ कूटनीतिक संबंधों को कमतर (downgrade) कर सकता है. पाक भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार भी निलंबित करेगा.
पाकिस्तान की सरकार ने ये फैसले एक अहम बैठक के बाद लिए. बैठक में पीएम इमरान खान के अलावा देश के शीर्ष अधिकारी मौजूद रहे. इस बैठक को पाक की सरकार के ट्विटर हैंडल पर नेशनल सिक्योरिटी मीट का नाम दिया गया.
इस बैठक में फैसला लिया गया कि पाक भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार की समीक्षा करेगा.
पाक जम्मू-कश्मीर के संदर्भ में भारत सरकार के फैसले को भी चुनौती देने का विचार कर रहा है. पाक UNSC में भारतीय संविधान के आर्टिकल 370 से जुड़े मुद्दे उठा सकता है.
जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान आगामी 14 अगस्त को कश्मीर के साथ एकता (solidarity) भी दिखाएगा.
इस पर बीजेपी महासचिव राम माधव ने कहा कि ये भारत की संसद ने अपने सार्वभौमिक अधिकार क्षेत्र में रहते हुए जम्मू-कश्मीर से जुड़े अनुच्छेद 370 पर फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि इस पर पाक का कोई अधिकार नहीं है.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम कविंद्र गुप्ता ने कहा कि भारत सरकार ने जो बड़ा फैसला लिया है उससे पाकिस्तान डरा हुआ है. उन्होंने कहा कि पाक का डरना जरूरी भी है.
कविंदर ने कहा कि पाकिस्तान से आखिर रिश्ता कौन रखना चाहता है. भारत अपने आप में बहुत ही सक्षम है. उन्होंने कहा कि हमारे कश्मीर का जो एक तिहाई भाग है वो भी पाकिस्तान से वापस लाना है.
कविंदर गुप्ता ने कहा कि राजनीतिक और व्यापारिक रिश्ते खत्म करने से कोई फर्क नही पड़ेगा. इससे पाकिस्तान का ही नुकसान होगा
उन्होंने कहा कि भारत ने अपनी तरफ से हमेशा से ही अच्छे रिश्ते बनाने की कोशिश की है. हालांकि, पाकिस्तान के दिमाग में क्या है, और वह किसके दवाब में आकर यह सब कर रहा है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है क्योंकि पाकिस्तान को सिर्फ ISI या फिर आर्मी चलाती है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के द्वारा वहां पर कोई भी निर्णय नहीं होता है. कब किस प्रधानमंत्री को जेल के अंदर डाल दिया जाए, फांसी लगा दी जाए ये उनका इतिहास रहा है.
पाकिस्तान पर विश्वास करना कब क्या करता है भारत के लिए कोई मायने नहीं रखता.