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हम किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं : वायुसेना प्रमुख

एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने एयर स्टाफ चीफ का पद भार संभाल के बाद कहा कि हम किसी भी चुनौती, किसी भी खतरे का सामना करने के लिए तैयार रहेंगे.

आर के भदौरिया
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Published : Sep 30, 2019, 5:45 PM IST

Updated : Oct 2, 2019, 3:03 PM IST

नई दिल्ली: वायुसेना प्रमुख के तौर पर प्रभार ग्रहण करने के बाद एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया ने सोमवार को कहा कि वायु सेना पश्चिमी मोर्चे के घटनाक्रम पर नजर रख रही है और अगर सरकार निर्देश देती है तो वह बालाकोट जैसा हमला करने के लिए तैयार है.

भदौरिया ने कहा कि राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद से वायु सेना की युद्धक क्षमताओं को बढ़ावा मिलेगा.आठ अक्टूबर को पेरिस में एक समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 36 में से पहला राफेल जेट प्राप्त करेंगे.

वायु सेना के आधुनिकीकरण को अपनी प्रमुख प्राथमिकता बताते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना का आधुनिकीकरण एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है. इस प्रक्रिया को विस्तार देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं. महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने के लिए हमें स्वदेशी डिजाइन और विकास की जरूरत है.

वायु सेना कर्मियों को अपने संक्षिप्त संदेश में उन्होंने कहा कि वायु सेना का ध्यान शामिल नयी सेवाओं और उपकरणों को तेजी से काम में लाने के साथ ही वायु सेना की संचालन योजना में इनकी क्षमताओं को पूरी तरह शामिल करना भी शामिल है.

वायु सेना प्रमुख ने कहा कि स्वदेशी डिजाइन और विकास पर आत्मनिर्भरता बढ़ाने के साथ महत्वपूर्ण क्षमताओं तथा प्रौद्योगिकी की खरीदारी के जरिए आधुनिकीकरण पर भी जोर रहेगा. मौजूदा समस्त बेड़े और साजो-सामान को बनाए रखने के लिए स्वदेशीकरण को भी बढ़ावा देंगे.

एयर स्टाफ के चीफ के तौर पर कार्यभार संभालने पर जब उनसे पूछा गया कि क्या भारतीय वायु सेना (IAF) भविष्य में बालाकोट जैसी एक और स्ट्राइक को अंजाम देने के लिए तैयार है तो उन्होंने कहा कि हम तब भी तैयार थे, हम आगे भी तैयार रहेंगे.

उन्होंने कहा कि हम किसी भी चुनौती, किसी भी खतरे का सामना करने के लिए तैयार रहेंगे.

पाकिस्तान द्वारा बालाकोट आतंकी शिविरों पर प्रतिक्रिया देने की रिपोर्टों पर, उन्होंने कहा कि हम रिपोर्टों से अवगत हैं और जब भी आवश्यक होगा, हम आवश्यक कार्रवाई करेंगे.

बता दें कि वायुसेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविर पर निशाना बनाकर हमला किया था. इसे सीमापार से होने वाले आतंकवाद पर रोक लगाने के लिए भारत के रुख में बड़े बदलाव की तरह देखा गया.

वहीं, इमरान खान की भारत के साथ परमाणु युद्ध की चेतावनी पर भदौरिया ने कहा कि यह परमाणु पहलुओं के बारे में उनकी समझ है. हमारी अपनी समझ है, हमारा अपना विश्लेषण है. हम किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं.

इससे पहले भदौरिया ने सोमवार को भारतीय वायु सेना (आईएएफ) प्रमुख के रूप में पदभार ग्रहण किया. उन्होंने एसीएम बीएस धनोआ की जगह पदभार ग्हण किया है जो सोमवार को सेवा निवृत हो गए.

पढ़ें- आरकेएस भदौरिया होंगे अगले वायुसेना प्रमुख

एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने भारतीय वायु सेना के 26वें प्रमुख के रूप में पदभार संभाला.

वो जून 1980 में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान में शामिल हुए थे.

बता दें कि राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, पुणे के एक पूर्व छात्र, भदौरिया ने 4,250 घंटे से अधिक समय तक उड़ान भरी है और अपने जीवनकाल में 26 विभिन्न प्रकार के लड़ाकू जेट उड़ाए हैं.

नए IAF प्रमुख ने मार्च 2017 से अगस्त 2018 तक एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (AOC-in-C), दक्षिणी वायु कमान के रूप में कार्य किया था.

उन्होंने अगस्त 2018 से एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (AOC-in-C), प्रशिक्षण कमान के रूप में भी काम किया था और इस साल मई में वायु सेना प्रमुख के पद तक उनका पदभार संभाला.

(एक्सट्रा इनपुट- पीटीआई)

नई दिल्ली: वायुसेना प्रमुख के तौर पर प्रभार ग्रहण करने के बाद एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया ने सोमवार को कहा कि वायु सेना पश्चिमी मोर्चे के घटनाक्रम पर नजर रख रही है और अगर सरकार निर्देश देती है तो वह बालाकोट जैसा हमला करने के लिए तैयार है.

भदौरिया ने कहा कि राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद से वायु सेना की युद्धक क्षमताओं को बढ़ावा मिलेगा.आठ अक्टूबर को पेरिस में एक समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 36 में से पहला राफेल जेट प्राप्त करेंगे.

वायु सेना के आधुनिकीकरण को अपनी प्रमुख प्राथमिकता बताते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना का आधुनिकीकरण एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है. इस प्रक्रिया को विस्तार देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं. महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने के लिए हमें स्वदेशी डिजाइन और विकास की जरूरत है.

वायु सेना कर्मियों को अपने संक्षिप्त संदेश में उन्होंने कहा कि वायु सेना का ध्यान शामिल नयी सेवाओं और उपकरणों को तेजी से काम में लाने के साथ ही वायु सेना की संचालन योजना में इनकी क्षमताओं को पूरी तरह शामिल करना भी शामिल है.

वायु सेना प्रमुख ने कहा कि स्वदेशी डिजाइन और विकास पर आत्मनिर्भरता बढ़ाने के साथ महत्वपूर्ण क्षमताओं तथा प्रौद्योगिकी की खरीदारी के जरिए आधुनिकीकरण पर भी जोर रहेगा. मौजूदा समस्त बेड़े और साजो-सामान को बनाए रखने के लिए स्वदेशीकरण को भी बढ़ावा देंगे.

एयर स्टाफ के चीफ के तौर पर कार्यभार संभालने पर जब उनसे पूछा गया कि क्या भारतीय वायु सेना (IAF) भविष्य में बालाकोट जैसी एक और स्ट्राइक को अंजाम देने के लिए तैयार है तो उन्होंने कहा कि हम तब भी तैयार थे, हम आगे भी तैयार रहेंगे.

उन्होंने कहा कि हम किसी भी चुनौती, किसी भी खतरे का सामना करने के लिए तैयार रहेंगे.

पाकिस्तान द्वारा बालाकोट आतंकी शिविरों पर प्रतिक्रिया देने की रिपोर्टों पर, उन्होंने कहा कि हम रिपोर्टों से अवगत हैं और जब भी आवश्यक होगा, हम आवश्यक कार्रवाई करेंगे.

बता दें कि वायुसेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविर पर निशाना बनाकर हमला किया था. इसे सीमापार से होने वाले आतंकवाद पर रोक लगाने के लिए भारत के रुख में बड़े बदलाव की तरह देखा गया.

वहीं, इमरान खान की भारत के साथ परमाणु युद्ध की चेतावनी पर भदौरिया ने कहा कि यह परमाणु पहलुओं के बारे में उनकी समझ है. हमारी अपनी समझ है, हमारा अपना विश्लेषण है. हम किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं.

इससे पहले भदौरिया ने सोमवार को भारतीय वायु सेना (आईएएफ) प्रमुख के रूप में पदभार ग्रहण किया. उन्होंने एसीएम बीएस धनोआ की जगह पदभार ग्हण किया है जो सोमवार को सेवा निवृत हो गए.

पढ़ें- आरकेएस भदौरिया होंगे अगले वायुसेना प्रमुख

एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने भारतीय वायु सेना के 26वें प्रमुख के रूप में पदभार संभाला.

वो जून 1980 में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान में शामिल हुए थे.

बता दें कि राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, पुणे के एक पूर्व छात्र, भदौरिया ने 4,250 घंटे से अधिक समय तक उड़ान भरी है और अपने जीवनकाल में 26 विभिन्न प्रकार के लड़ाकू जेट उड़ाए हैं.

नए IAF प्रमुख ने मार्च 2017 से अगस्त 2018 तक एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (AOC-in-C), दक्षिणी वायु कमान के रूप में कार्य किया था.

उन्होंने अगस्त 2018 से एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (AOC-in-C), प्रशिक्षण कमान के रूप में भी काम किया था और इस साल मई में वायु सेना प्रमुख के पद तक उनका पदभार संभाला.

(एक्सट्रा इनपुट- पीटीआई)

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Last Updated : Oct 2, 2019, 3:03 PM IST
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