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MDS घोटाले पर बोले ओकराम इबोबी - 'मैं जांच के लिए तैयार हूं' - पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह

मणिपुर डेवलपमेंट सोसाइटी (MDS) के पूर्व अध्यक्ष के रूप में करोड़ों रुपये की हेराफेरी करने का आरोप लगने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह ने कहा है कि वह अपने ऊपर लगे सभी आरोपों पर जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं.

ईटीवी भारत से बात करते ओकराम इबोबी
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Published : Nov 23, 2019, 10:12 PM IST

नई दिल्ली : मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह के ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की. उन पर मणिपुर डेवलपमेंट सोसाइटी (MDS) के पूर्व अध्यक्ष के रूप में करोड़ों रुपये की हेराफेरी करने का आरोप है. छापेमारी के बाद इबोबी ने दावा किया कि वह निर्दोष हैं और जांच का सामना के लिए तैयार हैं.

सीबीआई के इस कदम की कांग्रेस विधायक और राज्यसभा सांसद रिपुन बोरा ने तीखी आलोचना की.

बोरा ने कहा कि इबोबी सिंह पूर्वोत्तर के एक बहुत वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं और वह राज्य के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं.

ईटीवी भारत से बात करते रिपुन बोरा.

इबोबी सिंह यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मिलने आए थे, लेकिन उन्हें मिलने की इजाजत नहीं दी गयी.

बोरा ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि इबोबी सिंह कांग्रेस के नेता हैं, उन्हें मिलने के लिए समय नहीं दिया गया. यह नफरत की राजनीति है.

बोरा ने केंद्र सरकार पर देश की प्रमुख जांच एजेंसी, CBI को कठपुतली की तरह इस्तेमाल करने का आरोप लगाया.

उन्होंने कहा कि सरकार चुनिंदा कांग्रेस नेताओं को परेशान करने के लिए CBI का कठपुतली के रूप में इस्तेमाल कर रही है.

उन्होंने कहा कि सरकार राजनीतिक लाभ पाने के लिए ED व IT का उपयोग कर रही है ... यह संवैधानिक शक्ति का अन्याय और दुरुपयोग है.

वहीं, सीबीआई छापों का उल्लेख करते हुए इबोबी सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि वह किसी भी जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं.

इबोबी सिंह ने कहा, 'मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं, अगर मैंने कुछ भी गलत किया है, तो मैं सजा पाने के लिए तैयार हूं ... मैं पूरा समर्थन दूंगा.'

ईटीवी भारत से बात करते ओकराम इबोबी सिंह.

बता दें कि इबोबी सिंह नई दिल्ली में नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) के विरोध में हड़ताल पर बैठे हुए थे.

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सीबीआई ने सरकारी धन की हेराफेरी से संबंधित एक मामले में आइजॉल, इंफाल और गुरुग्राम सहित 9 स्थानों पर छापेमारी की और तलाशी ली.

पढ़ें- सियाचिन को पर्यटकों के लिए खोलने के फैसले पर बौखलाया पाकिस्तान, उठाया सवाल

CBI ने साथ ही MDS के तत्कालीन अध्यक्ष ओकराम इबोबी सिंह और कई अन्य अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

अधिकारियों ने बताया कि यह केस केंद्र सरकार के कहने पर मणिपुर सरकार द्वारा दर्ज करवाया गया है.

राज्य सरकार की ओर से आरोप लगाया गया है कि 2009 से 2017 तक MDS पद पर रहे इबोबी सिंह ने अन्य लोगों के साथ मिलकर 332 करोड़ रुपये की सरकारी राशि का गबन किया. यह फंड राज्य के विकास कार्यों के लिए जारी किया गया था.

नई दिल्ली : मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह के ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की. उन पर मणिपुर डेवलपमेंट सोसाइटी (MDS) के पूर्व अध्यक्ष के रूप में करोड़ों रुपये की हेराफेरी करने का आरोप है. छापेमारी के बाद इबोबी ने दावा किया कि वह निर्दोष हैं और जांच का सामना के लिए तैयार हैं.

सीबीआई के इस कदम की कांग्रेस विधायक और राज्यसभा सांसद रिपुन बोरा ने तीखी आलोचना की.

बोरा ने कहा कि इबोबी सिंह पूर्वोत्तर के एक बहुत वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं और वह राज्य के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं.

ईटीवी भारत से बात करते रिपुन बोरा.

इबोबी सिंह यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मिलने आए थे, लेकिन उन्हें मिलने की इजाजत नहीं दी गयी.

बोरा ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि इबोबी सिंह कांग्रेस के नेता हैं, उन्हें मिलने के लिए समय नहीं दिया गया. यह नफरत की राजनीति है.

बोरा ने केंद्र सरकार पर देश की प्रमुख जांच एजेंसी, CBI को कठपुतली की तरह इस्तेमाल करने का आरोप लगाया.

उन्होंने कहा कि सरकार चुनिंदा कांग्रेस नेताओं को परेशान करने के लिए CBI का कठपुतली के रूप में इस्तेमाल कर रही है.

उन्होंने कहा कि सरकार राजनीतिक लाभ पाने के लिए ED व IT का उपयोग कर रही है ... यह संवैधानिक शक्ति का अन्याय और दुरुपयोग है.

वहीं, सीबीआई छापों का उल्लेख करते हुए इबोबी सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि वह किसी भी जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं.

इबोबी सिंह ने कहा, 'मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं, अगर मैंने कुछ भी गलत किया है, तो मैं सजा पाने के लिए तैयार हूं ... मैं पूरा समर्थन दूंगा.'

ईटीवी भारत से बात करते ओकराम इबोबी सिंह.

बता दें कि इबोबी सिंह नई दिल्ली में नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) के विरोध में हड़ताल पर बैठे हुए थे.

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सीबीआई ने सरकारी धन की हेराफेरी से संबंधित एक मामले में आइजॉल, इंफाल और गुरुग्राम सहित 9 स्थानों पर छापेमारी की और तलाशी ली.

पढ़ें- सियाचिन को पर्यटकों के लिए खोलने के फैसले पर बौखलाया पाकिस्तान, उठाया सवाल

CBI ने साथ ही MDS के तत्कालीन अध्यक्ष ओकराम इबोबी सिंह और कई अन्य अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

अधिकारियों ने बताया कि यह केस केंद्र सरकार के कहने पर मणिपुर सरकार द्वारा दर्ज करवाया गया है.

राज्य सरकार की ओर से आरोप लगाया गया है कि 2009 से 2017 तक MDS पद पर रहे इबोबी सिंह ने अन्य लोगों के साथ मिलकर 332 करोड़ रुपये की सरकारी राशि का गबन किया. यह फंड राज्य के विकास कार्यों के लिए जारी किया गया था.

Intro:New Delhi: On the day when Central Bureau of Investigation (CBI) has conducted raids in different locations accusing former Manipur Chief Minister Okram Ibobi Singh of misappropriating crore of rupees as former chairman of Manipur Development Society (MDS), the later claimed himslef clean and said that he is ready to face any enquiry.


Body:The CBI move was, however, vehemently criticised by Congress lawmaker and Rajya Sabha MP Ripun Bora.

"Ibobi Singh is a very senior and experienced administrator of Northeast. Manipur is a strategically important state and Ibobi Singh was the Chief Minister for several terms. He came here to meet Prime Minister Narendra Modi and Home Minister Amit Shah, but he was not given any appointment," said Bora adding "It's a narrow political consideration. As he is a Congress leader he was not given time. This is a political hatred."

Bora further said that Central government is using country's premier investigation agency, CBI, as a puppet.

"Government is using CBI as a puppet just to harress selected Congress leaders. They are using ED, IT to get political milage...This is injustice and misuse of constitutional power," said Bora who is also the Assam Pradesh Congress Committee (APCC) president.

Referring to the CBI raids, former Chief Minister of Manipur Okram Ibobi Singh told ETV Bharat that he is ready to face any enquiry.

"I have told them that they're welcome for any enquiry. If I have committed anything wrong I am ready to face punishment...I will give full support," said Ibobi Singh.

Ibobi Singh was sitting on a strike in New Delhi opposing Citizenship Amendment Bill (CAB).



Conclusion:Official sources, meanwhile, said that CBI has conducted raids and searches at 9 locations including Aizawal, Imphal and Gurugram in a case relating to misappropriation of government funds.

CBI has registered a case against Okram Ibobi Singh, the then chairman of MDS, and several other officials.

Officials said that the case was registered on the request of Manipur government and further notification from the central government.

It was alleged that Okram Ibobi Singh when he was the chairman of MDS from 2009 to 2017, he along with others misappropriated government funds to the tune of Rs 332 crore. The fund was meant for the development works.

end

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