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हुसैन दलवई बोले - सनातन संस्था एक आतंकी संगठन, इस पर प्रतिबंध लगाया जाए - सनातन संस्था एक आतंकी संगठन

कांग्रेस नेता हुसैन दलवई ने सनातन संस्था को आतंकवादी संगठन करार देते हुए उस पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठाई है. दलवई ने कहा कि सनातन संस्था के प्रमुख जिस तरह से बात करते हैं और लोगों को प्रशिक्षित करते हैं. यह साबित करता है कि सनातन संस्था एक आतंकी संगठन है.

हुसैन दलवई
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Published : Dec 5, 2019, 10:17 PM IST

नई दिल्ली : कांग्रेस नेता हुसैन दलवई ने कहा है कि सनातन संस्था एक आतंकी संगठन है, और इसे भी सिमी की तरह प्रतिबंधित किया जाना चाहिए.

दलवई ने कहा कि डॉ. दाभोलकर, कॉमरेड पानसरे और 2 बुद्धिजीवियों की हत्या के पीछे सनातन संस्था का हाथ होने का शक है.

उन्होंने कहा कि जिस तरह संगठन के प्रमुख लोग बात करते हैं, और लोगों को प्रशिक्षित करते हैं, यह साबित करता है कि सनातन संस्था एक आतंकी संगठन है. इसे सिमी की तरह प्रतिबंधित किया जाना चाहिए.

कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर की 20 अगस्त 2013 को पुणे में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड की जांच मुंबई हाईकोर्ट ने मई, 2014 में सीबीआई को सौंपी. इसके बाद सीबीआई ने सितंबर, 2016 को पनवेल में हिन्दू

जनजागृति समिति आश्रम से वीरेंद्र तावड़े को गिरफ्तार किया था. सीबीआई ने ये बताया था कि सनातन संस्था के कार्यकर्ता सारंग अकोलकर और विनय पवार ने दाभोलकर को गोली मारी.

पढ़ें - उत्तर प्रदेश : मिड डे मील का खाना खाने से 36 छात्र बीमार

गौरतलब है कि सनातन संस्था एक विश्व स्तर की संस्था है, जो सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार का कार्य करती है. डॉक्टर जयंत अठावले ने 23 मार्च 1999 को सनातन संस्था की स्थापना की थी. यह एक कट्टर हिन्दू संगठन है, जो देश के विभिन्न भागों में फैला हुआ है. सनातन संस्था का मुख्यालय गोवा में है. लेकिन मुख्य गतिविधियों का केंद्र फिलहाल पुणे है.

नई दिल्ली : कांग्रेस नेता हुसैन दलवई ने कहा है कि सनातन संस्था एक आतंकी संगठन है, और इसे भी सिमी की तरह प्रतिबंधित किया जाना चाहिए.

दलवई ने कहा कि डॉ. दाभोलकर, कॉमरेड पानसरे और 2 बुद्धिजीवियों की हत्या के पीछे सनातन संस्था का हाथ होने का शक है.

उन्होंने कहा कि जिस तरह संगठन के प्रमुख लोग बात करते हैं, और लोगों को प्रशिक्षित करते हैं, यह साबित करता है कि सनातन संस्था एक आतंकी संगठन है. इसे सिमी की तरह प्रतिबंधित किया जाना चाहिए.

कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर की 20 अगस्त 2013 को पुणे में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड की जांच मुंबई हाईकोर्ट ने मई, 2014 में सीबीआई को सौंपी. इसके बाद सीबीआई ने सितंबर, 2016 को पनवेल में हिन्दू

जनजागृति समिति आश्रम से वीरेंद्र तावड़े को गिरफ्तार किया था. सीबीआई ने ये बताया था कि सनातन संस्था के कार्यकर्ता सारंग अकोलकर और विनय पवार ने दाभोलकर को गोली मारी.

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गौरतलब है कि सनातन संस्था एक विश्व स्तर की संस्था है, जो सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार का कार्य करती है. डॉक्टर जयंत अठावले ने 23 मार्च 1999 को सनातन संस्था की स्थापना की थी. यह एक कट्टर हिन्दू संगठन है, जो देश के विभिन्न भागों में फैला हुआ है. सनातन संस्था का मुख्यालय गोवा में है. लेकिन मुख्य गतिविधियों का केंद्र फिलहाल पुणे है.

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