शिमला: हिमाचल के कुल्लू जिले में भीषण सड़क हादसा हुआ है. बंजार इलाके से गाड़ागुशैणी जा रही निजी बस बहोट मोड़ के पास गहरी खाई में जा गिरी. हादसे में 43 लोगों की मौत हो गई है. प्रशासन व ग्रामीणों ने अब तक 35 घायलों को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया है.
दुर्घटनाग्रस्त बस के ओवरलोडेड होने की आशंका जताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक बस में करीब 70 यात्री सवार थे. बस में अधिकतर कॉलेज छात्र सवार थे, जो एडमिशन लेकर लौट रहे थे. बस हादसे में हताहत हुए अधिकतर लोग मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र सराज के हैं.
कुल्लू में हुई बस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. साथ ही पीएम मोदी ने कहा है कि मुझे उम्मीद है कि घायल जल्द ठीक हो जाएंगे.हिमाचल प्रदेश सरकार हर संभव सहायता प्रदान कर रही है जो आवश्यक है.
वहीं, इस दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. मैं इस क्षेत्र के कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं से पीड़ितों की मदद करने का अनुरोध करता हूं.
इससे पहले कुल्लू जिले के बंजार उपमंडल मुख्यालय के निकट बयोट मोड़ पर सांय लगभग 4.10 बजे एक निजी बस नंबर एसपी 65-7065 दुर्घटनाग्रस्त हो गई. गंभीर रूप से घायल 35 लोगों का इलाज कराया जा रहा है. बताया जाता है कि बस में 50 से अधिक लोग सवार थे.
घटना के संबंध में एसडीएम बंजार से प्राप्त सूचना के अनुसार शाम 5:15 बजे तक 20 यात्रियों की मृत्यु की पुष्टि की जा चुकी थी.
बस बंजार से गाड़ागुशैणी-खौली के लिए रवाना हुई थी और महज दो किलोमीटर दूर ही लगभग 500 फीट खाई में गिर गई. घटना की सूचना मिलते ही बंजार के एसडीएम अन्य अधिकारियों और बचाव दल सहित दुर्घटनास्थल के लिए रवाना हो गए.
घायलों को तुरंत नागरिक अस्पताल बंजार पहुंचाया गया. गंभीर रूप से घायलों को क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू रवाना किया गया. जिला अस्तपाल से तुरंत एम्बुलेन्स को घटना स्थल को रवाना किया गया. दो बचाव टीमें मौके पर हैं और स्थानीय लोग भी बचाव कार्य में सहयोग कर रहे हैं.
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अधिकतर घायल व मृतक सराज के गाड़ागुशैण के निवासी है. अब तक बस करीब 12 महिलाएं, 6 युवतियां, सात बच्चे व 10 युवक निकाले जा चुके हैं. सभी गंभीर रूप से घायल हैं. सभी को उपचार के लिए बंजार अस्पताल लाया गया है. कुछ लोगों की कुल्लू भी रेफर किया गया है.
एसडीएम एमआर भारद्वाज के अनुसार बचाव कार्य जारी है और मृतकों की संख्या और अधिक हो सकती है. उन्होंने मृतकों के परिजनों तथा घायलों को फौरी राहत के रूप में 50000 रुपये की राशि मौके पर ही वितरित की, जबकि मृतकों की शिनाख्त कर उनके परिजनों को राहत राशि प्रदान की जा रही है.