नई दिल्ली: गृह मंत्री अमित शाह ने मुंबई में जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस सहित राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर का अनुच्छेद 370 देश को एक सूत्र में जोड़ने में बाधक था. शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने इस बाधा को खत्म कर देश को एक करने का काम किया है.
अमित शाह ने लोगों को संबोधित करते हुए कश्मीर के मुद्दे पर भी बात की. जानें शाह के संबोधन का बिंदुवार विवरणः
- अब महाराष्ट्र की जनता को तय करना है कि उन्हें राष्ट्रवादी पार्टी के साथ जाना है या परिवारवादी पार्टियों के साथ जाना है.
- महाराष्ट्र चुनाव में दो तरह की पार्टियां चुनाव के मैदान में हैं. एक ओर भारत मां को अपना सर्वस्व मानने वाली पार्टी भाजपा है और दूसरी ओर अपने परिवारों को अपना सर्वस्व मानने वाली कांग्रेस और एनसीपी है.
- मोदी जी के आने के बाद परिवारवादी पार्टियों की नीव हिलने लगी है. अब कश्मीर में भी परिवारवादी पार्टियों का सफाया होने वाला है.
- संस्कृति की रक्षा के लिए अनुच्छेद 370 की जरूरत नहीं है. न गुजरात को इसकी जरूरत पड़ी, न महाराष्ट्र को, न केरल को. जम्मू कश्मीर में भ्रष्टाचार बंद हो जाता इसलिए वहां के तीन परिवारों ने 370 को संभालकर रखा.
- आज वहां ACB आ गया है, कश्मीर की ठण्ड में भी जिन्होंने भ्रष्टाचार किया था अब उन्हें पसीने आने शुरू हो गए हैं.
- कश्मीर के विकास के लिए भेजे गए 2 लाख 27 हजार करोड़ रूपये वहां की जनता तक नहीं पहुंचे और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए, क्योंकि वहां Anti Corruption Bureau नहीं था.
- मोदी जी ने 370 और 35 A को हटाया है, अब अपना ये मुकुटमणि कश्मीर आतंकवाद से मुक्त होकर विकास के रास्ते पर चल पड़ेगा, मैं ये विश्वास महाराष्ट्र की जनता को दिलाता हूं.
- 5 अगस्त 2019 से लेकर आज तक कश्मीर में एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है. 370 हटने के बाद जनता शांति से अपना जीवन व्यापन कर रही है, वहां के सिर्फ 10 थानों में प्रतिबंधित धाराएं लगीं हैं, 99% लैंडलाइन खुल गए हैं, व्यापार चालू है.
- अनुच्छेद 370 के कारण देश में आतंकवाद आया. इसके बाद ही कश्मीर से कश्मीरी पंडितों, सूफी-संतों को निकाल दिया गया, आतंकवाद चरम पर पहुंचा और अब तक 370 के कारण करीब 40 हजार लोग मारे गए, और कांग्रेस पूछती है कि 370 को क्यों हटाया गया.
- लेकिन कश्मीर में जो लोग आए उन्हें वोट देने का भी अधिकार नहीं मिला.
- पाकिस्तान से जो हिन्दू भाई आए वो वहां रह गए मगर 370 के कारण उन्हें नागरिकता नहीं मिली, बाकी देश में जो शरणार्थी आए उनमें से 2 इंद्र कुमार गुजराल और मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बनें और लालकृष्ण आडवाणी जी उप प्रधानमंत्री बनें.
- 370 हटना भाजपा के लिए राजनीतिक मुद्दा नहीं है, भारत मां को एक और अखंड बनाने का संकल्प है जो मोदी जी ने पूरा किया है. कांग्रेस को इसमें राजनीति दिखाई देती है और हमें इसमें देशभक्ति दिखती है.
- राहुल बाबा तो आजकल आए हैं राजनीति में. हमारी 3-3 पीड़ियां कश्मीर के लिए अपना बलिदान देने से कभी पीछे नहीं हटी.
- उन्हें शेख अब्दुल्ला द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया और वहीं संदिग्ध परिस्थितयों में उनकी मृत्यु हो गई.
- एक देश में दो विधान, दो निशान और 2 प्रधान नहीं चलेंगे ये जनसंघ से लेकर आजतक का हमारा नारा रहा. इसी नारे के साथ डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी कश्मीर गए, उस समय वहां जाने के लिए परमिट की जरुरत पड़ती थी, लेकिन वो बिना परमिट के गए.
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के साहस और हौसले के कारण इस बार संसद के पहले ही सत्र में अनुच्छेद 370 को उखाड़ कर फेंक दिया गया. मैं गर्व से कह सकता हूं कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और अब वहां अनुच्छेद 370 नहीं है.
- हम अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाने के लिए समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं. जब से अनुच्छेद 370 और 35ए अस्तित्व में आई तब से जनसंघ और भाजपा ने इसका विरोध किया है.
- 370 देश के साथ कश्मीर के जुड़ाव में बाधा रही है, साथ ही देश की एकता में भी बाधा रही है.
- पिछले 2-3 दिन से कांग्रेस और एनसीपी वाले कहते हैं कि ये नहीं हुआ तो जीत जाएंगे, वो नहीं हुआ तो जीत जाएंगे.
- मैं कहना चाहता हूं कि कुछ भी हो जाए महाराष्ट्र में एनडीए की सरकार तीन चौथाई बहुमत के साथ बनाना तय है.
- ये हर्ष का विषय है कि महाराष्ट्र चुनाव का श्रीगणेश अनुच्छेद 370 को हटाने के परिचय के कार्यक्रम से हो रहा है.
- जब मेरा कार्यक्रम तय हुआ तो, उस समय न मुझे मालूम था और न ही पार्टी को कि जब ये कार्यक्रम होगा तो महाराष्ट्र चुनाव की घोषणा के बाद होने वाला सबसे पहला कार्यक्रम होगा.