हैदराबाद : रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी विमान यात्रा के दौरान कथित रूप से जहर दिए जाने के बाद कोमा में चले गए. नेताओं को जहर देने का यह पहला मामला नहीं है. नेताओं को जहर दिए जाने का भी इतिहास है.
399 ईसा पूर्व : युवाओं के साथ अत्याचार करने और भ्रष्टाचार का दोषी पाए जाने के बाद यूनानी दार्शनिक सुकरात को हेमलॉक जहर पीने की सजा दी गई थी.
135-60 ईसा पूर्व : पौन्टस के राजा पेत्रुस को राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा जहर दिए जाने का डर था इसलिए वे हर दिन जहर की छोटी मात्रा लेने लगे जिससे उनका प्रतिरक्षा तंत्र ठीक रहे. इस प्रक्रिया को मिथ्रिडिटिज़्म के रूप में जाना जाता है.
1590 : लुक्रेजिया बोर्गिया ने कैंटरेला नामक जहर देकर अपने दूसरे पति की हत्या कर दी थी. इस संदर्भ में 'बोर्गिया जहर की अंगूठी' की ओर ध्यान जाता है. यह एक ऐसी अंगूठी है जिसमें एक डिब्बा छिपा हुआ रहता है जिसमें जहर को रखा जा सकता है.
1682 : फ्रांसीसी राजा लुई XIV की अदालत के मुख्य लोगों की रहस्यमय मौत हुई. इसकी जांच पांच साल तक चली. जांच में 36 लोग दोषी पाए गए उन्हें जहर देने के जुर्म में सजा हुई.
1700 : फ्रांस में कई पत्नियों और बच्चों ने अपने पतियों और पिता को जहर दिया था.
1836 : लंदन के एक केमिस्ट जेम्स मार्श ने पहली बार टिशू के नमूनों में आर्सेनिक की उपस्थिति का पता लगाया था. इसे मार्श टेस्ट का नाम दिया गया. मार्श टेस्ट का उपयोग फोरेंसिक विष विज्ञान में किया जाता है.
1878 : इंग्लैंड में मैरी एन कॉटन, उर्फ द ब्लैक विडो ने अपने चार पतियों में से तीन और एक सौतेले बेटे को जहर देकर मार दिया था. उसे इन हत्याओं के लिए दोषी ठहराया गया. इस खबर ने महीनों तक अखबार के पहले पन्ने पर जगह बनाई. उस पर 17 अन्य लोगों को भी जहर देने का आरोप लगाया गया था.
1916 : रूस में द्वितिय जार निकोलस के भतीजों में से एक ने ग्रिगोरी रासपुतिन और उसकी पत्नी सैरिना एलेक्जेंड्रा को जहर देने का प्रयास किया था. उसने केक और वाइन में साइनाइड डाल दिया था लेकिन जब इसका कोई असर नहीं हुआ, उसने दोनों को गोली मार दी और उनके शवों को मलाया नेवका नदी में फेंक दिया.
1953 : इटली में अमेरिका के राजदूत क्लेर बूथ लूस और लेखक और विडो टाइम इंक के संस्थापक हेनरी लूस को आर्सेनिक जहर दिया गया था जिसके बाद दोनों की हालत काफी गंभीर हो गई थी.
1978 : लंदन के वाटरलू ब्रिज पर बुल्गारियाई विपक्षी नेता जॉर्जी मार्कोव के पैर पर एक अजनबी ने छाता की नोक से मार दिया. छाते की नोक पर जहर लगा हुआ था. अस्पताल ले जाने के कुछ ही देर बाद उनकी मौत हो गई.
2004 : यूक्रेनी विपक्षी नेता और आलोचक विक्टर यानुकोविच को राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार के दौरान जहर दिया गया. इलाज के बाद जब वह लौटे, तो उनके चेहरे पर धब्बे पड़ चुके थे, जो अक्सर डाइऑक्सिन विष दिए जाने के बाद होता है.
2006 : पूर्व केजीबी एजेंट और क्रेमलिन के आलोचक अलेक्जेंडर लिट्विनेंको की मौत रेजिएशन पॉइजनिंग की वजह से हो गई थी. लंदन के एक होटल में उन्हें चाय दी गई थी जिसको पीने के बाद उनकी मौत हो गई. 2016 की ब्रिटिश जांच के दौरान उनकी मौत में व्लादिमीर पुतिन का हाथ होने की बात सामने आई.
2011 : अंग्रेजी व्यवसायी नील हेवुड को चूंगचींग के होटल के कमरे में मृत पाया गया. पहले शराब में जहर होने की बात सामने आई, लेकिन बाद में यह खुलासा हुआ कि हेवुड को नेता बो शिलाई की पत्नी गु कैलाई ने सायनाइड दिया था.
2017 : उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन के सौतेले भाई किम जोंग-नाम की हत्या दो महिलाओं ने कर दी थी. महिलाओं ने कुआलालंपुर हवाईअड्डे में उनके चेहरे पर एजेंट वीएक्स नामक जहर रगड़ दिया था जिससे उनकी मौक हो गई थी.
2017 : बैट्टी मिलर, जो वेर्मोंट के शेलबर्न में वेक मिलर सेवानिवृत्ति समुदाय से थी, ने रिसिन नामक जहर से खुद को नुकसान पहुंचाने की योजना बनाई थी, लेकिन इसे लेने से पहले उसने अन्य लोगों के भोजन में डाल दिया था.
2017 : क्रोएशियाई सेना और क्रोएशियाई रक्षा परिषद के सेवानिवृत्त जनरल स्लोबोडन प्रालजक को युद्ध अपराधों के लिए दोषी ठहराया गया जिसके बाद उन्होंने एक बोतल सायनाइड पी लिया जिससे उनकी मौत हो गई.
2018 : पूर्व रूसी जासूस सर्गेई स्क्रीपाल और उनकी बेटी यूलिया इंग्लैंड के सैलिसबरी के एक पार्क में बेहोश पाए गए. डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें सोवियत सेना द्वारा विकसित नोविचोक जहर दिया गया था.