बेंगलुरु : कर्नाटक विधान परिषद में मंगलवार को जबरदस्त हंगामा हुआ. गोरक्षा कानून पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सदस्य हंगामा करने लगे. इस बीच देखते ही देखते धक्का-मुक्की शुरू हो गई और मामला बिगड़ता चला गया. हद तब हो गई जब कार्रवाई के दौरान उग्र सदस्यों ने आसंदी पर बैठे डिप्टी चेयरमैन को उनकी कुर्सी से खींच लिया.
कर्नाटक विधान परिषद में हो रहे हंगामे के बीच उपाध्यक्ष को सदन से बाहर कर दिया गया. वहीं, विपक्ष-पक्ष का कहना है कि डिप्टी चेयरमैन की भूमिका निष्पक्ष नहीं है, जिस कारण हंगामा हुआ.
सत्तारूढ़ भाजपा और जद (एस) ने संयुक्त रूप से सदन के सभापति के. प्रतापचंद्र शेट्टी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर कार्यवाही करने के लिए राज्यपाल के हस्तक्षेप की मांग की.
इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने इस मामले में कहा कि भाजपा के मंत्रियों और सदस्यों ने परिषद में गुंडागर्दी की, जो न केवल राज्य के इतिहास में बल्कि देश के संसदीय लोकतंत्र में भी एक काला अध्याय है. उन्होंने कहा कियह संवैधानिक लोकतंत्र नहीं है, यह नरेंद्र मोदी लोकतंत्र है,
बताया जा रहा है कि अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आज बहस होनी थी. कांग्रेस ने व्हीप जारी किया था. जैसे ही विधान परिषद की कार्रवाई शुरू हुई तो कांग्रेस के सदस्य चेयर पर डिप्टी चेयरमैन को देखकर भड़क गए और उसके बाद मामला बिगड़ता चला गया.
वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री और जद (एस) प्रमुख एच. डी. देवेगौड़ा ने मंगलवार को फिर से कहा कि उनकी पार्टी कर्नाटक विधानसभा में पारित गो-वध निषेध विधेयक का पूरी तरह से विरोध करती है.
पढ़ें: किसान आंदोलन: ट्विटर पर भिड़े कैप्टन अमरिंदर और केजरीवाल
कांग्रेस एमएलसी प्रकाश राठौड़ का बयान
कांग्रेस एमएलसी प्रकाश राठौड़ का कहना है कि भाजपा और जेडीएस ने अध्यक्ष को गैरकानूनी तरीके से चेयरमैन बना दिया, वो भी तब जब सदन में कामकाज नहीं चल रहा था. दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा इस तरह की असंवैधानिक चीजें कर रही है. कांग्रेस ने उन्हें चेयर से नीचे उतरने को कहा. हमें उन्हें बेदखल करना पड़ा, क्योंकि वह अवैध तरीके से इसपर बैठे थे.
कांग्रेस नेता एसआर पाटिल की प्रतिक्रिया
विधान परिषद में कांग्रेस के नेता एसआर पाटिल ने कहा, कैसे डिप्टी चेयरमैन आ सकते हैं और सदन को चला सकते हैं. यह कानूनी तौर पर सही नहीं है. हम उन्हें ऐसा नहीं करने देंगे. जिसके बाद कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा करते हुए डिप्टी चेयरमैन अश्वथनारायण को चेयर से हटा दिया. इस दौरान कांग्रेस और भाजपा के सदस्यों में जमकर धक्का-मुक्की हुई.
कर्नाटक के गृह मंत्री ने कही ये बात
कांग्रेस के हंगामे पर कर्नाटक के गृह मंत्री बासवराज बोम्मई ने कहा, सदन में जो कुछ भी आज हुआ, वह बर्दाश्त के काबिल नहीं है. सर्वदलीय बैठक हुई थी, जिसमें डिप्टी चेयरमैन की ओर से सदन को चलाने पर सहमति बनी थी. कानून पास कराने को लेकर हमारे पास सभी विकल्प खुले हैं. हम कोर्ट जाएंगे और गवर्नर से मुलाकात करेंगे.
पढ़ें: एम्स नर्सिंग स्टाफ हड़ताल पर, डायरेक्टर गुलेरिया की अपील- कोरोना में ऐसा न करें
भाजपा एमएलसी ने कहा- शर्मनाक दिन
भाजपा एमएलसी लेहर सिंह सिरोया ने कहा कि कुछ एमएलसी ने विधान परिषद के चेयरमैन को जबरन हटाकर गुंडों की तरह व्यवहार किया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया. हमने अपने परिषद के इतिहास में ऐसा शर्मनाक दिन कभी नहीं देखा. मुझे शर्म आ रही है कि जनता हमारे बारे में क्या सोच रही है.