कोलकाता : वयोवृद्ध कलाकार सौमित्र चटर्जी अब भी जीवनरक्षक प्रणाली पर हैं. उनके अहम अंग ठीक-ठाक काम कर रहे हैं, लेकिन उनके गुर्दे की क्रियाशीलता को लेकर चिंता है. ऐसे में डायलिसिस की जरूरत पड़ी है. 85 वर्षीय सौमित्र चटर्जी का इलाज कर रहे डॉक्टर ने कहा 'गुर्दों में कई चीजें हो रही हैं .. हमें गुर्दे पर जोर कम करने के लिए डायलिसिस करना पड़ा.'
दरअसल, मशहूर अभिनेता सौमित्र चटर्जी के स्वास्थ्य की स्थिति मंगलवार को भी गंभीर बनी रही. गुर्दों के कमजोर पड़ने के कारण सौमित्र का डायलिसिस किया गया. बता दें कि कोलकाता के एक निजी अस्पताल में सौमित्र का उपचार किया जा रहा है.
सौमित्र का इलाज कर रहे एक डॉक्टर ने कहा, 'उनकी स्थिति यथावत है. उनका बीपी और अंगों का कामकाज ठीकठाक है और अंदरूनी रक्तस्राव की कोई नयी घटना भी सामने नहीं आयी है. उनके हीमोग्लोबिन की संख्या भी स्थिर हो रही है. हमें उन्हें रक्त चढ़ाना पड़ा और अब उनके प्लेटलेट की संख्या लगभग सामान्य हो गयी है.'
सौमित्र की न्यूरोलॉजिकल स्थिति का हवाला देते हुए, डॉक्टर ने कहा कि यह अपरिवर्तित है. उन्होंने अपनी आंखें अनायास ही खोल रहे हैं. डॉक्टर ने कहा कि सौमित्र एक "वीरतापूर्ण लड़ाई" लड़ रहे हैं, लेकिन हर बीतते दिन के साथ चीजें बहुत अधिक जटिल हो जाती हैं. रिकवरी की संभावना कम हो जाती है.
बता दें कि दादा साहेब फाल्के अवार्ड से सम्मानित सौमित्र चटर्जी बीते 6 अक्टूबर को कोरोना संक्रमित पाए गए थे. इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
डॉक्टर ने देश-विदेश में चटर्जी के लाखों प्रशंसकों को आश्वासन दिया कि उनका स्वास्थ्य बिगड़ नहीं रहा है.