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कोटा में बच्चों की मौत पर बोले डॉ. हर्षवर्धन- केंद्र हरसंभव मदद को तैयार

कोटा के एक अस्पताल में एक माह के भीतर करीब 100 बच्चों की मौत पर केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर इस मामले पर संज्ञान लेने का अनुरोध किया है. उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि केंद्र सरकार की ओर से राजस्थान सरकार को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया गया है. विस्तार से पढ़ें पूरी खबर...

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डॉ. हर्ष वर्धन (फाइल फोटो)
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Published : Jan 2, 2020, 7:57 PM IST

नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि उन्होंने राजस्थान के कोटा में बच्चों की मौत पर प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर इस मामले पर संज्ञान लेने का अनुरोध किया है.

डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, 'पिछले कुछ सालों की तुलना में इस बार (कोटा में) मौतों की संख्या निश्चित रूप से अधिक है.'

गौरतलब है कि कोटा के जे.के. लोन सरकारी अस्पताल में एक महीने के अंदर 100 शिशुओं की मौत हो गई है, जिससे अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही उजागर हुई है और उन पर सवाल उठने लगे हैं. दिसंबर के आखिरी दो दिनों में इस अस्पताल में कम से कम नौ शिशुओं की मौत हो गई.

डॉ. हर्षवर्धन ने इस मामले में केंद्र सरकार की ओर से राजस्थान सरकार को हरसंभव सहायता का आश्वासन भी दिया है. उन्होंने कहा, 'हमने अपनी तरफ से हर तरह के समर्थन का आश्वासन दिया है.'

राजस्थान : कोटा के अस्पताल में 100 बच्चों की मौत, शुरू हुई राजनीति

इससे पहले गुरुवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, 'जे.के. लोन अस्पताल कोटा में बीमार शिशुओं की मौत पर सरकार संवेदनशील है. इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. कोटा के इस अस्पताल में शिशु मृत्यु दर लगातार कम हो रही है. हम कोशिश करेंगे कि इसे और कम करें. माताओं और बच्चों का स्वास्थ्य हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.'

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अशोक गहलोत का ट्वीट.

गहलोत ने यह भी कहा कि इस मामले में राज्य केंद्र सरकार की विशेषज्ञ टीमों से सलाह लेने के लिए तैयार है.

नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि उन्होंने राजस्थान के कोटा में बच्चों की मौत पर प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर इस मामले पर संज्ञान लेने का अनुरोध किया है.

डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, 'पिछले कुछ सालों की तुलना में इस बार (कोटा में) मौतों की संख्या निश्चित रूप से अधिक है.'

गौरतलब है कि कोटा के जे.के. लोन सरकारी अस्पताल में एक महीने के अंदर 100 शिशुओं की मौत हो गई है, जिससे अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही उजागर हुई है और उन पर सवाल उठने लगे हैं. दिसंबर के आखिरी दो दिनों में इस अस्पताल में कम से कम नौ शिशुओं की मौत हो गई.

डॉ. हर्षवर्धन ने इस मामले में केंद्र सरकार की ओर से राजस्थान सरकार को हरसंभव सहायता का आश्वासन भी दिया है. उन्होंने कहा, 'हमने अपनी तरफ से हर तरह के समर्थन का आश्वासन दिया है.'

राजस्थान : कोटा के अस्पताल में 100 बच्चों की मौत, शुरू हुई राजनीति

इससे पहले गुरुवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, 'जे.के. लोन अस्पताल कोटा में बीमार शिशुओं की मौत पर सरकार संवेदनशील है. इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. कोटा के इस अस्पताल में शिशु मृत्यु दर लगातार कम हो रही है. हम कोशिश करेंगे कि इसे और कम करें. माताओं और बच्चों का स्वास्थ्य हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.'

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अशोक गहलोत का ट्वीट.

गहलोत ने यह भी कहा कि इस मामले में राज्य केंद्र सरकार की विशेषज्ञ टीमों से सलाह लेने के लिए तैयार है.

Intro:New Delhi: Union Health Minister Dr Harsh Vardhan on Thursday assured Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot of providing all required support to prevent child deaths in Kota.


Body:"I have spoken to Ashok Gehlot ji today and assured him of am possible help to prevent further deaths in the Kota tragedy matter. A multi disciplinary team of experts including top paeditricians is being sent by the Ministry of Health and Family Welfare to support the state government for gap analysis & quick measures to be taken...thr team will reach Kota tomorrow," said Vardhan.

The team of doctors includes Dr Kuldeep Singh, head of paediatric and dean academis, AIIMS-Jodhpur, Dr Deepak Saxena, senior regional director, Rajashtan, Dr Arun Singh, Prof of Neonatology, AIIMS-Jodhpur, Dr Himanshu Bhushan, Adviser, NHSRC-MoHFW.

Health Ministry officials said that the team of experts will carry out join gap analysis along with the state government in terms of clinical protocols, service delivery, manpower availability and equipments for maternal, newborn and paediatric care services in the medical college Kota.

The team will also develop a joint action plan based on gap analysis for providing required technical and financial support to Kota Medical College through national health mission.

The team members will also visit JK Lone Hospital and Medical College at Kota along with state government officials on Friday and submit the detailed report.


Conclusion:In a recent letter written to the Chief Minister, Dr Harsh Vardhan has also expressed concern about the child deaths at the JK Lone Hospital at Kota.

It may be mentioned here that at least 91 infants have died at the JK Lone Hospital during the past month triggering a wide debate over state government's initiative on health sector.

end.

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