नई दिल्ली: आवास और शहरी मामलों के मंत्री (MoHUA) के रूप में हरदीप सिंह पुरी ने कार्यभार संभाल लिया है. कार्यभार संभालने के तुरंत बाद पुरी ने भारत के शहरी क्षेत्र की उपेक्षा के लिए यूपीए की सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए आलोचना की.
पुरी ने लगातार दूसरी बार आवास और शहरी मामलों के मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला. सूत्रों के मुताबिक नरेंद्र मोदी ने उनके पिछले प्रदर्शन से खुश होकर एक बार फिर पुरी को इस मंत्रालय की जिम्मेदारी दी है.
पुरी 2019 लोकसभा चुनाव में अमृतसर से उम्मीदवार थे. वे वहां से चुनाव हार गए.
पुरी ने कहा कि यूपीए सरकार के 2004 -14 के 10 साल के कार्यकाल में शहरी योजनाओं का विस्तार 1,57,703 करोड़ का हुआ था. हमारी सरकार के पिछले चार साल 2015-2019 में शहरी क्षेत्र पर व्यय 9,7286 करोड़ रहा है.
सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी ने सभी मंत्रालयों को पूरी क्षमता के साथ काम कर के सभी टारगेट को आगले 75 दिनों में पूरा करने के लिए कहा है.
मोदी सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, अमरुत (AMRUT) सहित कुछ महत्वपूर्ण शहरी विकास परियोजनाओं को शुरू किया था.
पुरी ने कहा कि हमारा मंत्रालय दी गई समय सीमा में सभी लक्ष्य पूरा करेगा और इसको करने में मंत्रालय लग चुका है.