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बीजेपी सांसद हंसराज हंस ने लोकसभा में कहा- '...अब मैं बोलूंगा तो बातों में असर देना' - loksabha sessions

बीजेपी सांसद हंसराज हंस ने आज लोकसभा में समां बांध दिया. स्पीकर ओम बिडला ने जब उन्हें बोलने का मौका दिया, तो उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत कविता से की. कविता पढ़ते ही लोकसभा में मौजूद अन्य सांसद वाह-वाह कर उठे. उन्होंने अपने संबोधन में पंजाब का भी जिक्र किया. देखें वीडियो....

हंस राज हंस.
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Published : Jul 3, 2019, 6:35 PM IST

Updated : Jul 3, 2019, 10:36 PM IST

नई दिल्ली: सूफी गायक के रूप में पहचान रखने वाले हंसराज हंस इस बार बीजेपी की टिकट पर निर्वाचित हुए हैं. वे पहली बार चुन कर लोकसभा पहुंचे हैं. उन्हें साल 2008 में पद्मश्री सम्मान से भी नवाजा जा चुका है. तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने उन्हें पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया था.

padma shri to hans raj hans
हंसराज हंस को मिला पद्मश्री पुरस्कार

बीजेपी ने हंसराज हंस को उत्तर पश्चिमी दिल्ली संसदीय सीट से टिकट दिया था. उन्होंने इस सीट पर 848663 वोट हासिल किए. ये कुल मतदान का 60 फीसदी से ज्यादा है.

देखें हंसराज ने कौन सी कविता पढ़ी

जिंदगी दी है तो जीने का हुनर भी देना,
पांव बख्शे हैं तो तौफीक-ए-सफर भी देना।
गुफ्तगू तूने सिखाई है कि मैं गूंगा था,
अब मैं बोलूंगा तो बातों में असर देना।।

हंस राज हंस ने लोकसभा में पढ़ी कविता.

मेरे उलझे हुए ख्वाबों को तराजू दे दे,
मेरे भगवन मुझे जज्बात पर काबू दे दे।
मैं समंदर भी किसी गैर के हाथों से न लूं,
एक कतरा भी समंदर है, अगर गर तू दे दे।।

साल 2018 में भारत सरकार ने उन्हें नेशनल कमीशन फॉर सफाई कर्मचारी (NCSK) का उपाध्यक्ष भी नियुक्त किया था. ये पद समाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के अंतर्गत आता है.

hansraj hans in ncsk
हंसराज हंस के नियुक्ति की सूचना

गौरतलब है कि हंसराज इससे पहले भी कई मौकों पर अपनी प्रतिभा दिखाते रहे हैं. वे विदेशों में आपदा राहत कार्य के लिए फंड जुटाने के कार्यक्रम को लेकर भी सुर्खियों में रहे हैं. नेता-सांसद होने के अलावा एक कलाकार के तौर वे काफी प्रख्यात रहे हैं. साल 1983 से शुरू हुए संगीत करियर में हंसराज हंस ने अब तक हजारों गानों में काम किया है.

हंसराज इससे पहले साल 2009 में शिरोमणी अकाली दल की टिकट पर जालंधर संसदीय सीट से भी चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि, उन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार मोहिंदर सिंह कापी से हार का सामना करना पड़ा था.

नई दिल्ली: सूफी गायक के रूप में पहचान रखने वाले हंसराज हंस इस बार बीजेपी की टिकट पर निर्वाचित हुए हैं. वे पहली बार चुन कर लोकसभा पहुंचे हैं. उन्हें साल 2008 में पद्मश्री सम्मान से भी नवाजा जा चुका है. तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने उन्हें पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया था.

padma shri to hans raj hans
हंसराज हंस को मिला पद्मश्री पुरस्कार

बीजेपी ने हंसराज हंस को उत्तर पश्चिमी दिल्ली संसदीय सीट से टिकट दिया था. उन्होंने इस सीट पर 848663 वोट हासिल किए. ये कुल मतदान का 60 फीसदी से ज्यादा है.

देखें हंसराज ने कौन सी कविता पढ़ी

जिंदगी दी है तो जीने का हुनर भी देना,
पांव बख्शे हैं तो तौफीक-ए-सफर भी देना।
गुफ्तगू तूने सिखाई है कि मैं गूंगा था,
अब मैं बोलूंगा तो बातों में असर देना।।

हंस राज हंस ने लोकसभा में पढ़ी कविता.

मेरे उलझे हुए ख्वाबों को तराजू दे दे,
मेरे भगवन मुझे जज्बात पर काबू दे दे।
मैं समंदर भी किसी गैर के हाथों से न लूं,
एक कतरा भी समंदर है, अगर गर तू दे दे।।

साल 2018 में भारत सरकार ने उन्हें नेशनल कमीशन फॉर सफाई कर्मचारी (NCSK) का उपाध्यक्ष भी नियुक्त किया था. ये पद समाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के अंतर्गत आता है.

hansraj hans in ncsk
हंसराज हंस के नियुक्ति की सूचना

गौरतलब है कि हंसराज इससे पहले भी कई मौकों पर अपनी प्रतिभा दिखाते रहे हैं. वे विदेशों में आपदा राहत कार्य के लिए फंड जुटाने के कार्यक्रम को लेकर भी सुर्खियों में रहे हैं. नेता-सांसद होने के अलावा एक कलाकार के तौर वे काफी प्रख्यात रहे हैं. साल 1983 से शुरू हुए संगीत करियर में हंसराज हंस ने अब तक हजारों गानों में काम किया है.

हंसराज इससे पहले साल 2009 में शिरोमणी अकाली दल की टिकट पर जालंधर संसदीय सीट से भी चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि, उन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार मोहिंदर सिंह कापी से हार का सामना करना पड़ा था.

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Last Updated : Jul 3, 2019, 10:36 PM IST
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