नई दिल्ली : भाजपा सांसद अनंत कुमार हेगड़े ने महाराष्ट्र में दोबारा भाजपा सरकार बनाने को लेकर विवादित दिया था. उन्होंने कहा था कि देवेंद्र फडणवीस को 40,000 करोड़ रुपये की केंद्रीय निधि ‘बचाने’ के लिए बहुमत न होने के बावजूद दोबारा मुख्यमंत्री बनाया गया.
सीपीएम के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद हन्नान मोल्लाह ने हागड़े के दावे के को लेकर केंद्र सरकार से 'स्पष्टीकरण' की मांग की है.
मोल्लाह ने ईटीवी से बातचीत में कहा कि राज्यों को आवंटित केंद्रीय धन राज्यों के विकास के लिए होता है, और किसी भी तरह से कोई भी केंद्र को पैसा नहीं लौटा सकता. अगर किसी भाजपा सांसद ने ऐसा दावा किया है, तो इसे साबित करने के लिए उसके पास कुछ तो सबूत होना चाहिए.
उन्होंने सुझाव दिया कि केंद्र सरकार को इस मुद्दे पर सफाई देनी चाहिए और तस्वीर साफ कर देनी चाहिए.
पढ़ें- अनंत कुमार हेगड़े के बयान पर कांग्रेस हमलावर, केंद्र सरकार से मांगी सफाई
भाजपा के वरिष्ठ सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने दावा किया है कि देवेंद्र फडणवीस को दोबारा मुख्यमंत्री बनाकर केंद्र सरकार ने 40,000 करोड़ रुपये की धनराशि का दुरुपयोग होने से बचाया है.
केरल के येल्लापुर जिले में उपचुनाव के लिए प्रचार अभियान के दौरान शनिवार को एक सभा को संबोधित करते हुए हेगड़े ने कहा था, 'मुख्यमंत्री के नियंत्रण में 40,000 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि थी. अगर राकांपा, कांग्रेस और शिवसेना सत्ता में आती तो निश्चित तौर पर 40,000 करोड़ रुपये का इस्तेमाल विकास कार्य के लिए नहीं किया जाता और यह दूसरी चीजों में जाता (दुरुपयोग होता).'
मोल्लाह ने कहा कि अगर हेगड़े का दावा सच है, तो 'फडणवीस ने महाराष्ट्र के लोगों के साथ बड़ा अन्याय किया है.'
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के लोग उन्हें इस तरह के कदम के लिए कभी माफ नहीं करेंगे.
गौरतलब है कि शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनने से पहले देवेंद्र फडणवीस 80 घंटे तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे थे.