बेंगलुरु : हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के स्वदेशी रूप से विकसित लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (एलयूएच) ने हाल ही में लगभग 10 दिनों तक हिमालय में गर्म और उच्च मौसम की स्थिति में उच्च ऊंचाई क्षमता का प्रदर्शन किया.आईएसए +320सी तक के तापमान में लेह (3300 एमएएमएसएल) पर एक व्यापक परीक्षण योजना बनाई गई जिसमें एनवलप इक्स्पैन्शन, प्रदर्शन और उड़ान गुण शामिल थे.
एलयूएच ने लेह से उड़ान भरी और 5000 एमएएमएसएल पर दौलत बेग ओल्डी (डीबीओ) एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड (एएलजी) में अपने हॉट और हाई होवर प्रदर्शन को पेश किया. हेलीकॉप्टर ने सियाचिन ग्लेशियर में हाई एल्टीट्यूड पर अपनी पेलोड क्षमता का प्रदर्शन किया.परीक्षणों के दौरान, पायलटों ने हेलीकॉप्टर को अमर और सोनम के हेलिपैड्स पर उतारा.
एचएएल ने एक बार फिर से डिजाइन और विकास में अपनी स्वदेशी क्षमता साबित की है. एचएएल के सीएमडी आर माधवन कहते हैं कि, एलयूएच का सेना संस्करण अब प्रारंभिक परिचालन(ऑपरेशनल) मंजूरी के लिए तैयार है. एचएएल के निदेशक (इंजीनियरिंग और आरएंडडी) अरूप चटर्जी के अनुसार, हेलीकॉप्टर और इसके सिस्टम का प्रदर्शन उपयोगकर्ताओं की आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम है.
इस फ्लाइट को कम्पोजिट ट्रायल टीम द्वारा पेश किया गया, जिसमें एचएएल के पायलट, रिटायर विंग कमांडर उन्नी पिल्लई, रिटायर विंग कमांडर अनिल भंबानी, रिटायर ग्रुप कैप्टन पुपिन्दर सिंह और ग्रुप कैप्टन वी पंवार के साथ ग्रुप कैप्टन आर दुबे, स्क्वाड्रन लीडर जोशी (भारतीय वायु सेना से) साथ ही भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल आर ग्रेवाल और लेफ्टिनेंट कर्नल पवन शामिल थे. इन परीक्षणों को प्रमाणीकरण प्राधिकारी के प्रतिनिधियों ने देखा.
एलयूएच के लिए प्रारंभिक परिचालन बुनियादी मंजूरी, 7 फरवरी, 2020 को डेफएक्सपो 2020 के दौरान लखनऊ में रक्षा मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की मौजूदगी में आईईएम संस्करण के लिए सीईएमआईएलएसी द्वारा दी गई थी.
पढ़ेंः भड़कीं कंगना- मुंबई को बताया 'पाकिस्तान' और बीएमसी को 'बाबर'