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राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन : 2022 तक सभी गांवों में ब्रॉडबैंड पहुंचाना उद्देश्य

केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन की शुरुआत की है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार का उद्देश्य 2022 तक देश के सभी गांवो में इंटरनेट सुविधा पहुंचाना है.

हरिशंकर प्रसाद केंद्रीय मंत्री
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Published : Dec 17, 2019, 11:42 PM IST

नई दिल्ली : संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन की शुरुआत की है. इसके तहत सरकार और कुछ उद्योग द्वारा देश को डिजिटल रूप से तेज गति से जोड़ने के लिए अगले चार वर्षों में सात लाख करोड़ के निवेश की परिकल्पना की गई है.

इस प्रोग्राम का मिशन 2022 तक गांवों में सस्ती और सार्वभौमिक स्वीकार्यता ब्रॉडबैंड प्रदान कर देशभर में मोबाइल और इंटरनेट की सेवाओं में सुधार करना है.

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद का संबोधन

रविशंकर प्रसाद ने नेट की स्पीड चरणों में बढ़ाकर 50 MBPS तक करने की बात कही है. मिशन का उद्देश्य ऑप्टिकल फाइबर केबल के 22 लाख किलोमीटर के रूट को 50 लाख किलोमीटर करना है.

पढ़ें- गृह मामलों पर संसदीय समिति ने स्थगित किया असम-मेघालय का दौरा

उन्होने कहा, 'हमारे देश में 5.65 लाख टावर हैं, जिनकी संख्य़ा बढ़ाकर 10 लाख करने की बात कही गई है.'

उन्होंने कहा, '30 प्रतिशत टॉवर ऑप्टिकल को फाइबराइज कर दिया गया है. हमारा उद्देश्य इसे 70 प्रतिशत पहुंचाना है.'

उन्होंने राज्यों से ऑप्टिकल फाइबर रेडिनेस इंडेक्स जानने का आग्रह किया है.

केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'मैं चाहता हूं कि 2022 तक इस लक्ष्य को पूरा कर लिया जाए.' साथ ही उन्होंने गुणवत्ता से समझौता न करने की बात कही है.

प्रसाद ने यह उम्मीद भी जाहिर की कि सॉफ्टवेयर सेवाओं की तरह ही भारत भी सॉफ्टवेयर उत्पादन में अग्रणी बनेगा, राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन राष्ट्र में डिजिटल उद्यमिता को प्रोत्साहित करके इसमें मदद करेगा. उन्होंने इस अवसर पर राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन का लोगो और एक बुकलेट भी जारी किया.

उन्होंने राज्यों से इस मिशन में पूरा सहयोग देने को कहा, जिससे प्रौद्योगिकी के लाभ को लोगों तक पहुंचाया जा सके. इस मिशन के तहत संबद्ध पक्ष आगामी वर्षों में 100 अरब डॉलर या सात लाख करोड़ रुपये का निवेश करेंगे. इसमें 70,000 करोड़ रुपये यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड (यूएसओएफ) से उपलब्ध कराया जाएगा.

नई दिल्ली : संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन की शुरुआत की है. इसके तहत सरकार और कुछ उद्योग द्वारा देश को डिजिटल रूप से तेज गति से जोड़ने के लिए अगले चार वर्षों में सात लाख करोड़ के निवेश की परिकल्पना की गई है.

इस प्रोग्राम का मिशन 2022 तक गांवों में सस्ती और सार्वभौमिक स्वीकार्यता ब्रॉडबैंड प्रदान कर देशभर में मोबाइल और इंटरनेट की सेवाओं में सुधार करना है.

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद का संबोधन

रविशंकर प्रसाद ने नेट की स्पीड चरणों में बढ़ाकर 50 MBPS तक करने की बात कही है. मिशन का उद्देश्य ऑप्टिकल फाइबर केबल के 22 लाख किलोमीटर के रूट को 50 लाख किलोमीटर करना है.

पढ़ें- गृह मामलों पर संसदीय समिति ने स्थगित किया असम-मेघालय का दौरा

उन्होने कहा, 'हमारे देश में 5.65 लाख टावर हैं, जिनकी संख्य़ा बढ़ाकर 10 लाख करने की बात कही गई है.'

उन्होंने कहा, '30 प्रतिशत टॉवर ऑप्टिकल को फाइबराइज कर दिया गया है. हमारा उद्देश्य इसे 70 प्रतिशत पहुंचाना है.'

उन्होंने राज्यों से ऑप्टिकल फाइबर रेडिनेस इंडेक्स जानने का आग्रह किया है.

केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'मैं चाहता हूं कि 2022 तक इस लक्ष्य को पूरा कर लिया जाए.' साथ ही उन्होंने गुणवत्ता से समझौता न करने की बात कही है.

प्रसाद ने यह उम्मीद भी जाहिर की कि सॉफ्टवेयर सेवाओं की तरह ही भारत भी सॉफ्टवेयर उत्पादन में अग्रणी बनेगा, राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन राष्ट्र में डिजिटल उद्यमिता को प्रोत्साहित करके इसमें मदद करेगा. उन्होंने इस अवसर पर राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन का लोगो और एक बुकलेट भी जारी किया.

उन्होंने राज्यों से इस मिशन में पूरा सहयोग देने को कहा, जिससे प्रौद्योगिकी के लाभ को लोगों तक पहुंचाया जा सके. इस मिशन के तहत संबद्ध पक्ष आगामी वर्षों में 100 अरब डॉलर या सात लाख करोड़ रुपये का निवेश करेंगे. इसमें 70,000 करोड़ रुपये यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड (यूएसओएफ) से उपलब्ध कराया जाएगा.

Intro:


Body:The minister for communication law and Justice and electronics and information technology Ravi Shankar Prasad launched National broad band mission which envisages an investment of a 7 lakh crore in next 4 years from both Government and industry to connect the country digitally at a faster pace. The mission was launched by Union Minister Ravi Shankar Prasad. The mission will provide affordable and universal acceptor broadband in villages by 2022 and to improve the services of mobile and Internet across the country. The mission also instabill India's rank in ICT Development Index to top 50 from 134 in 2017 and aims to optimise availability and utilisation by making adequate spectrum available to be equipped for new broadband era. The mission also aims to increase Optical fibre cable from 30 lakhs route km and power density to increase from 0.42 to 1.0 Tower per thousand of population. This the policy of national broad band mission recognises its importance for attracting investments and ensuring fair competition to serve the names of the people.

In his address Union Minister Ravi Shankar Prasad send that the mission of digital India will be achieved by technology which is low cost homegrown and developmental to ensure digital delivery of services. The larger aim of the national broadband mission is to propel India internet jointly and push India towards of 5 trillion dollar economy because our nation has extraordinary potential for the business. This mission VM to provide broadband to all villages increase mobile towers to 10 lakh insurance 50 MBPS speed and increase mobile tower 5 position to 70%. Union Minister of Shankar Prasad also said that his expectation from slaves is to understand the optical fibre readiness index and he also appealed all the chief ministers to improve Optical Fibre connectivity in their states. He also said that he expect India to become a leader in software production just like software services the national broadband mission will help this by encouraging digital entrepreneurship in the nation.
Ravi Shankar Prasad also launch the logo of national broadcast mission and a booklet on this occasion.




Conclusion:
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