मुंबई : राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कोरोना के बीच अंतिम वर्ष की विश्वविद्यालय परीक्षाओं को रद करने के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के प्रस्ताव को ठुकरा दिया. उन्होंने इसे विश्वविद्यालय अधिनियम का उल्लंघन बताया है.
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर कहा है कि अंतिम वर्ष की परीक्षाएं कराई जाएंगी या नहीं, इसका निर्णय महाराष्ट्र लोक विश्वविद्यालय अधिनियम के अनुरूप लिया जाएगा. राज्यपाल ने परीक्षाएं नहीं कराने के प्रदेश सरकार के एलान को मनमाना फैसला बताया है.
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में राज्यपाल ने कहा कि वह मीडिया रिपोर्टों के माध्यम से यह जानकर हैरान हैं कि मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि 'इस वर्ष कोई परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी.'
उन्होंने पत्र में कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और अन्य केंद्रीय अधिकारियों का विचार है कि अंतिम वर्ष की परीक्षा के साथ विवाद नहीं किया जा सकता, इसलिए महाराष्ट्र विश्वविद्यालय अधिनियम, 2017 के तहत राज्य सरकार को प्रावधानों के साथ यूजीसी के दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए.
राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने स्पष्ट रूप से उल्लेख किया था कि समिति की सिफारिशों की रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद कुलाधिपति कार्यालय आगे के निर्देश देगा.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार शाम राज्य को दिए एक संबोधन में घोषणा की थी कि 30 जून तक बढ़ाए गए लॉकडाउन के साथ पिछले सेमेस्टर और शैक्षणिक वर्ष के अपने प्रदर्शन के आधार पर अंतिम वर्ष के छात्रों को प्रमोट करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.
बता दें, महाराष्ट्र कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित राज्य है. प्रदेश में कोरोना के मरीजों की तादाद 72,300 के पार पहुंच चुकी है. कोरोना के कारण प्रदेश में अब तक 2465 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि, कोरोना के 31,333 मरीज अब तक ठीक भी हो चुके हैं.