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केंद्र और राज्यों के बीच समन्वय के लिए महत्वपूर्ण कड़ी हैं राज्यपाल : कोविंद

संविधान दिवस से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राज्यपालों और उप राज्यपालों के 50वें सम्मलेन के समापन समारोह में कहा कि राज्यपाल केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर तालमेल के लिए महत्वपूर्ण कड़ी हैं.

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Published : Nov 24, 2019, 11:27 PM IST

रामनाथ कोविंद (फाइल फोटो)

नई दिल्ली : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर तालमेल सुनिश्चित करने के लिए राज्यपाल और उप राज्यपाल 'सर्वाधिक महत्वपूर्ण कड़ी' हैं और राजभवनों को आमजन के अनुकूल बनाया जाना चाहिए.

राष्ट्रपति कोविंद रविवार को राज्यपालों और उप राज्यपालों के 50वें सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे.

कोविंद ने कहा कि मंगलवार को देश संविधान की 70वीं वर्षगांठ मनाएगा. उन्होंने कहा, 'इस दिन मूल कर्तव्यों के बारे में जागरूक करने के लिए नागरिकों के बीच एक अभियान की शुरुआत की जाएगी.'

उन्होंने उम्मीद जतायी कि सभी राजभवन संविधान दिवस का उत्सव प्रभावी तरीके से मनाएंगे और मूल कर्तव्यों के बारे में जागरूक करने में राज्यपाल महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.

एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कोविंद के हवाले से कहा गया, 'हमारे संघीय ढांचे में राज्यपाल का पद सर्वाधिक महत्वपूर्ण कड़ी है. केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने में राज्यपाल की महत्वपूर्ण भूमिका है.'

राष्ट्रपति ने यह सुझाव भी दिया कि राजभ‍वनों को बेहतर बनाया जाए और आम लोग वहां आसानी से पहुंच सकें.

पढ़ें : राष्ट्रपति कोविंद जापान में नेपाली समकक्ष से मिले, द्विपक्षीय मुद्दों पर की चर्चा

उन्होंने कहा कि राज्यपाल के पद के बारे में आम लोग मानते हैं कि ये एक ऐसी औपनिवेशक विरासत है, जो उनके लिए उपलब्ध नहीं है. उन्होंने कहा कि इस धारणा को बदलने के लिए लगातार प्रयास किये जाने चाहिए.

सम्मेलन में आदिवासी कल्याण और जल, कृषि, उच्च शिक्षा और सुगम जीवन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गयी.

नई दिल्ली : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर तालमेल सुनिश्चित करने के लिए राज्यपाल और उप राज्यपाल 'सर्वाधिक महत्वपूर्ण कड़ी' हैं और राजभवनों को आमजन के अनुकूल बनाया जाना चाहिए.

राष्ट्रपति कोविंद रविवार को राज्यपालों और उप राज्यपालों के 50वें सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे.

कोविंद ने कहा कि मंगलवार को देश संविधान की 70वीं वर्षगांठ मनाएगा. उन्होंने कहा, 'इस दिन मूल कर्तव्यों के बारे में जागरूक करने के लिए नागरिकों के बीच एक अभियान की शुरुआत की जाएगी.'

उन्होंने उम्मीद जतायी कि सभी राजभवन संविधान दिवस का उत्सव प्रभावी तरीके से मनाएंगे और मूल कर्तव्यों के बारे में जागरूक करने में राज्यपाल महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.

एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कोविंद के हवाले से कहा गया, 'हमारे संघीय ढांचे में राज्यपाल का पद सर्वाधिक महत्वपूर्ण कड़ी है. केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने में राज्यपाल की महत्वपूर्ण भूमिका है.'

राष्ट्रपति ने यह सुझाव भी दिया कि राजभ‍वनों को बेहतर बनाया जाए और आम लोग वहां आसानी से पहुंच सकें.

पढ़ें : राष्ट्रपति कोविंद जापान में नेपाली समकक्ष से मिले, द्विपक्षीय मुद्दों पर की चर्चा

उन्होंने कहा कि राज्यपाल के पद के बारे में आम लोग मानते हैं कि ये एक ऐसी औपनिवेशक विरासत है, जो उनके लिए उपलब्ध नहीं है. उन्होंने कहा कि इस धारणा को बदलने के लिए लगातार प्रयास किये जाने चाहिए.

सम्मेलन में आदिवासी कल्याण और जल, कृषि, उच्च शिक्षा और सुगम जीवन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गयी.

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Print Printपीटीआई-भाषा संवाददाता 20:53 HRS IST

केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर तालमेल के लिए महत्वपूर्ण कड़ी हैं राज्यपाल : कोविंद

नयी दिल्ली, 24 नवंबर (भाषा) राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को कहा कि केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर तालमेल सुनिश्चित करने के लिए राज्यपाल और उप राज्यपाल “सर्वाधिक महत्वपूर्ण कड़ी” हैं।



राज्यपालों और उप राज्यपालों के 50वें सम्मेलन के समापन संबोधन में राष्ट्रपति ने उनसे कहा कि राज भवनों को लोगों के अनुकूल बनाया जाए।



राष्ट्पति ने कहा कि मंगलवार को देश संविधान की 70वीं वर्षगांठ मनाएगा। उन्होंने कहा, “इस दिन मूल कर्तव्यों के बारे में जागरुक करने के लिए नागरिकों के बीच एक अभियान की शुरुआत की जाएगी।”



उन्होंने उम्मीद जताई की सभी राज भवन संविधान दिवस का उत्सव प्रभावी तरीके से मनाएंगे और मूल कर्तव्यों के बारे में जागरुक करने में राज्यपाल महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।



एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कोविंद के हवाले से कहा गया, “हमारे संघीय ढांचे में राज्यपाल का पद सर्वाधिक महत्वपूर्ण कड़ी है। केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने में राज्यपाल की महत्वपूर्ण भूमिका है।”



राष्ट्पति ने यह सुझाव भी दिया कि राजभ‍वनों को बेहतर बनाया जाए और आम लोग वहां आसानी से पहुंच सकें।



उन्होंने कहा कि राज्यपाल के पद के बारे में आम लोग मानते हैं कि ये एक ऐसी औपनिवेशक विरासत है, जो उनके लिए उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि इस धारणा को बदलने के लिए लगातार प्रयास करें।



सम्मेलन में आदिवासी कल्याण और जल, कृषि, उच्च शिक्षा और सुगम जीवन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई।


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