नई दिल्ली : भारत के विदेश मंत्रालय ने करतारपुर कॉरिडोर को लेकर कहा है कि पिछले साल कॉरिडोर के खुलने के समय और अक्टूबर 2019 में हस्ताक्षरित हुए द्विपक्षीय समझौते में दोनों पक्षों ने यह फैसला किया था कि बुद्धी रवि चैनल पर एक पुल के निर्माण सहित अपेक्षित बुनियादी ढांचे को स्थापित करेंगे.
प्रतिबंधों में भी दी जाएगी ढील
विदेश मंत्रालय ने करतारपुर कॉरिडोर को फिर से खोलने के पाक प्रस्ताव पर कहा कि गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सभी संबंधित अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं. मंत्रालय ने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर को फिर से खोलने पर निर्णय COVID प्रोटोकॉल के अनुसार लिया जाएगा और प्रतिबंधों में ढील भी दी जाएगी.
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बता दें, इससे पहले करतारपुर कॉरिडोर यात्रा के लिए केंद्र सरकार ने एक फार्म भी जारी किया था, जिसे 20 अक्टूबर से भरने की बात कही गई थी. यह भी बताया गया था कि यात्रा से एक महीने पहले इसके लिए रजिस्ट्रेशन करना पड़ेगा. वहीं यह भी जानकारी दी गई थी कि इस फार्म का वितरण शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी करेगी. बाद में करतारपुर जाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकेगा. इसके लिए सरकार वेबसाइट बनाएगी. इस वेबसाइट का प्रबंधन और देखरेख करेगी.
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पूर्व पीएम ने जताई थी खुशी
भारत और पाकिस्तान के बीच जब करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन हुआ था तब पाकिस्तानी मीडिया से बात करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने कहा था कि करतारपुर गलियारे के खुलने से भारत और पाकिस्तान के संबंधों में बहुत सुधार होगा. मनमोहन सिंह ने करतारपुर कॉरिडोर शुरू होने को एक बड़ा कदम बताते हुए कहा था कि इस शुरुआत के फलस्वरूप भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में काफी सुधार होगा.