नई दिल्ली: नए भारत की जरूरत जनसंख्या नियंत्रण विषय पर दिल्ली के हिंदी भवन में संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इसमें मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह मौजूद थे. इस दौरान गिरिराद सिंह ने जनसंख्या नियंत्रण पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि ये बढ़ती जनसंख्या कैंसर की दूसरी स्टेज की तरह है. इसे इसी तरह छोड़ दिया गया तो ये चौथे स्टेज का हो जाएगा, यानि लाइलाज हो जाएगा.
गिरिराज सिंह ने कहा कि देश में तेजी से आबादी बढ़ रही है, देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून बनना चाहिए. 2008 से मैं इस मुद्दे को उठा रहा हूं. पीएम मोदी ने भी इस मुद्दे पर बोला है. मैं कहना चाहता हूं कि विकास हो या सामाजिक समरसता इनके लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून जरूरी है.
गिरिराज सिंह ने कहा कि देश में बढ़ती हुई आबादी विस्फोटक है. आगे वे कहते हैं कि ये कानून नहीं बना तो न विकास होगा न सामाजिक समरसता बचेगी. एक कड़ा कानून जनसंख्या नियंत्रण पर बनना चाहिए. उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून में वोट के सौदागर बाधक बन रहे हैं.
आगे वे कहते हैं कि भारत की आबादी अब 130 नहीं 150 करोड़ है. वोट के ठेकेदारों को राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) से दिक्कत है. संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के मुताबिक बढ़ती हुई आबादी के कारण 55% लोगों को 2050 में पानी नहीं मिल पाएगा. अन्न, पानी, हवा, माटी सब बर्बाद हो रहा है जनसंख्या बढ़ने के कारण.
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गिरिराज सिंह ने कहा कि 147 जिलों में देश में फर्टिलिटी रेट 3.4 है जबकि बहुसंख्यक समाज की बहनों का रेट 2.2 है. बहुसंख्यक ऑस्ट्रेलिया तो अल्पसंख्यक ब्राजील पैदा कर रहे हैं. प्रतिवर्ष बढ़ती हुई आबादी के कारण आज मेट्रो में चलने वाले देशभर के थ्रेसरी योग कर रहे हैं. चाइना की तरह जनसंख्या नियंत्रण करने के लिए कानून बनाना चाहिए.