लद्दाख : भारत- चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में बीते कई माह से विवाद चल रहा है. इसको सुलझाने के लिए दोनों देशों के बीच कोर कमांडर स्तर की आठ दौर की सैन्य वार्ता हो चुकी है, लेकिन अब तक सभी वार्ताएं बेनतीजा साबित हुई हैं. इसी बीच चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल विपिन रावत सोमवार को लद्दाख के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे, जहां वे वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया.
जनरल रावत ठंड के मौसम में आगे के स्थानों (फॉरवर्ड एरिया) पर तैनात सुरक्षा बलों की जमीनी जरूरतों का आकलन और समीक्षा करने के लिए पूर्वी लद्दाख के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे हैं.
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत मंगलवार को चीन की सीमा के साथ लद्दाख सेक्टर में सैन्य चौकियों का दौरा किया और सेना के सैनिकों के साथ बातचीत की. उन्होंने उनके उच्च मनोबल और उन्नत परिचालन तत्परता के लिए उनकी प्रशंसा की.
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने शून्य से 35 डिग्री कम तापमान में पूर्वी लद्दाख की ऊंची चोटियों पर चीन के सामने डेरा डाले बैठे सैनिकों की पीठ थपथपा कर उन्हें कड़ी सतर्कता व बुलंद हौंसले के साथ सरहदों की रक्षा करने की मुहिम जारी रखने के लिए कहा.
दो दिवसीय दौरे के दौरान जनरल रावत पूर्वी लद्दाख के ऐसे दुर्गम इलाकों में पहुंचे जो सुपर हाई अल्टीचूड एरिया की श्रेणी में आते हैं. इस दौरान उन्होंने वहां पर तैनात सेना के जवानों से भेंट कर उनकी जज्बे की सराहना की.
पूर्वी लद्दाख के अग्रिम इलाकों के दौरे के दौरान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ने मंगलवार को सेना की उत्तरी कमान के फील्ड कमांडरों से क्षेत्र के सुरक्षा हालात, सेना की ऑपरेशनल तैयारियों व सुरक्षा संबंधी अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की. इस दौरान उन्होंने पूर्वी लद्दाख के दुर्गम हालात में जवानाें के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए उठाए जा रहे कदमाें के बारे में भी जानकारी ली.