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देश में 'एक राष्ट्र, एक वेतन दिवस' लागू करने की योजना : संतोष गंगवार - एक राष्ट्र एक वेतन दिवस लागू करने की योजना

केंद्रीय राज्य श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने सिक्योरिटी लीडरशिप समिट-2019 को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार देश में एक राष्ट्र, एक वेतन दिवस कानून लागू करने पर विचार कर रही है.

संतोष गंगवार
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Published : Nov 15, 2019, 8:24 PM IST

नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी में सेंट्रल एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट सिक्योरिटी इंडस्ट्री द्वारा 'सिक्योरिटी लीडरशिप समिट-2019' का आयोजन किया गया. इस दौरान केंद्रीय राज्य श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि संगठित क्षेत्र के श्रमिक वर्ग के हितों की सुरक्षा के लिए सरकार 'एक राष्ट्र, एक वेतन दिवस' लागू करने पर विचार कर रही है.

उन्होंने कहा, 'देशभर में हर महीने सभी लोगों को एक ही दिन वेतन मिलना चाहिए, ताकि लोगों को समय से वेतन का भुगतान हो सके' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जल्द ही इस विधेयक के पास होने की उम्मीद है. इसी तरह हम विभिन्न क्षेत्रों में सार्वभौमिक न्यूनतम वेतन लागू करने पर भी विचार कर रहे हैं जिससे श्रमिकों का आजीविका स्तर बेहतर हो सके.'

केंद्र सरकार वेतन संहिता और व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य और कार्यस्थल स्थिति (ओएसएच) संहिता को लागू करने की प्रक्रिया में है. वेतन संहिता को पहले ही संसद की मंजूरी मिल चुकी है.

पढ़ें : संतोष गंगवार पर बसरे अजय माकन, रोजगार के मुद्दे पर सुनाई खरी खोटी

ओएसएच संहिता को लोकसभा में 23 जुलाई 2019 को पेश किया गया. यह संहिता सुरक्षा, स्वास्थ्य और कामकाज के हालातों पर 13 केंद्रीय कानूनों को एक में ही समाहित कर देगी. ओएसएच संहिता में कई नई पहल की गयी हैं. इनमें कर्मचारियों को अनिवार्य तौर पर नियुक्ति पत्र जारी करना, वार्षिक मुफ्त स्वास्थ्य जांच कराना शामिल है.

गंगवार ने कहा कि मोदी सरकार 2014 में जब से सत्ता में आयी है, श्रम कानूनों में सुधार के लिए लगातार काम कर ही है.

नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी में सेंट्रल एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट सिक्योरिटी इंडस्ट्री द्वारा 'सिक्योरिटी लीडरशिप समिट-2019' का आयोजन किया गया. इस दौरान केंद्रीय राज्य श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि संगठित क्षेत्र के श्रमिक वर्ग के हितों की सुरक्षा के लिए सरकार 'एक राष्ट्र, एक वेतन दिवस' लागू करने पर विचार कर रही है.

उन्होंने कहा, 'देशभर में हर महीने सभी लोगों को एक ही दिन वेतन मिलना चाहिए, ताकि लोगों को समय से वेतन का भुगतान हो सके' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जल्द ही इस विधेयक के पास होने की उम्मीद है. इसी तरह हम विभिन्न क्षेत्रों में सार्वभौमिक न्यूनतम वेतन लागू करने पर भी विचार कर रहे हैं जिससे श्रमिकों का आजीविका स्तर बेहतर हो सके.'

केंद्र सरकार वेतन संहिता और व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य और कार्यस्थल स्थिति (ओएसएच) संहिता को लागू करने की प्रक्रिया में है. वेतन संहिता को पहले ही संसद की मंजूरी मिल चुकी है.

पढ़ें : संतोष गंगवार पर बसरे अजय माकन, रोजगार के मुद्दे पर सुनाई खरी खोटी

ओएसएच संहिता को लोकसभा में 23 जुलाई 2019 को पेश किया गया. यह संहिता सुरक्षा, स्वास्थ्य और कामकाज के हालातों पर 13 केंद्रीय कानूनों को एक में ही समाहित कर देगी. ओएसएच संहिता में कई नई पहल की गयी हैं. इनमें कर्मचारियों को अनिवार्य तौर पर नियुक्ति पत्र जारी करना, वार्षिक मुफ्त स्वास्थ्य जांच कराना शामिल है.

गंगवार ने कहा कि मोदी सरकार 2014 में जब से सत्ता में आयी है, श्रम कानूनों में सुधार के लिए लगातार काम कर ही है.

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BIZ-LABOUR-GANGWAR-PAYDAY
India mulls One Nation, One Pay Day: Gangwar
          New Delhi, Nov 15 (PTI) To safeguard the interest of workers in formal sector, particularly working class, the Centre is planning to introduce One Nation, One Pay Day' system, Labour Minister Santosh Gangwar said on Friday.
          There should be a pan-India single wage day every month across various sectors to ensure that workers get timely payment of salaries. Prime Minister Narendra Modi is keen on this legislation to get passed soon. Similarly, we are also looking at uniform minimum wages across sectors which will safeguard better livelihood of workers, said Gangwar addressing at Security Leadership Summit 2019' organised by the Central Association of Private Security Industry (CAPSI).
          The central government is in the process of implementing Occupational Safety, Health and Working Conditions (OSH) Code, and Code on Wages. Parliament has already passed the Code on Wages and rules are being framed for its implementation.
          The OSH Code was introduced in the Lok Sabha on July 23, 2019. The Code will streamline the private sector by enhancing the coverage of workers manifold by merging 13 central labour laws relating to safety, health and working conditions into a single code.
          The OSH Code has many new initiatives like mandatory issues of appointment letter by employers, annual free medical check up of workers and broadening coverage of all type of workers in the country under it.
          Gangwar mentioned that since taking the office in 2014, Modi government has consistently worked on reforming labour laws.
          We have taken up 44 complex labour laws to reform them. We are talking to all stakeholders to make these laws more effective and useful.
          "Similarly, we are preparing a Single Page' mechanism for various sectors to complete various compliances to ensure ease of doing business. We are also preparing an online system of all grievance redressal to ensure that all problems are resolved with 48 hours without any physical interface, said Gangwar.
          Underlining the role of private security industry as a major job creator today, Gangwar said the sector employs around 90 lakh people at present, which has the potential to go up to 2 crore in the next few years.
          He also said the prime minister is keen to ensure growth of the sector.
          Mr Modi is keen to ensure that all those working in the unorganized sector should get a pension of Rs 3,000 per month besides getting medical coverage. We have introduced various attractive pension schemes for working class. We will introduce more schemes in future to ensure better social security of those working in unorganised sector and also labour class, Gangwar added. PTI KKS
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