वर्धा: महाराष्ट्र के वर्धा में स्थित बापू का सेवाग्राम आश्रम पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केन्द्र बन चुका है. यहां बड़ी संख्या में लोग इसे देखने आते हैं. विशेषकर महात्मा गांधी के अनुयायी.
दरअसल, महात्मा गांधी गावों में रहना पसंद करते हैं और शायद यह ही वजह थी कि उन्होंने वर्धा में सेवाग्राम आश्रम को स्थापित किया था.
यहां मौजूद बापू की कुटि में 'भारत छोड़ो' आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी ने पहली मीटिंग की थी.
गौरतलब यह है कि इस आश्रम में महात्मा गांधी करीब आठ साल तक रहे. इस दौरान उनकी जीवनशैली बिल्कुल ही सामान्य थी.
इस आश्रम में महात्मा गांधी के कई सामान आज भी मौजूद हैं. जिन्हें गांधी इस्तामाल किया करते थे. आश्रम में उनकी चीजों को आज भी संभाल कर रखा गया है.
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गांधी जी को जो सामान आश्रम में आज भी मौजूद है उनमें गांधी जी छड़ी पेपरवेट, टेबल, कृत्रिम दांत भी शामिल हैं.
आश्रम के संचालक का कहना है कि वो गांधी जी के रूप को आने वाली पीढ़ी तक पहुंचाना चाहते हैं.