मधुबनी : कंप्यूटर से भी तेज दिमाग के चलने की बात करें तो जेहन में सबसे पहला नाम कौटिल्य पंडित का आता है जो पलक झपकते ही हर सवाल का जवाब दे देता है, लेकिन यहां हम उसकी बात नहीं कर रहे बल्कि बिहार के मधुबनी के चार साल के मासूम अभीष्ट झा की कर रहे हैं, जो सिर्फ झंडा देखकर 195 देशों के नाम और राजधानी बता देता है.
कंप्यूटर से भी तेज चलता है दिमाग
जिस उम्र में बच्चों में समझदारी विकसित होती है उस उम्र में अभीष्ट झा नई पीढ़ी के बच्चों के लिए अद्वितीय मिसाल कायम कर रहा है. बता दें, अभीष्ट झा पूर्व राज्यसभा सांसद और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा के पोते हैं. अभीष्ट ने महज 4 साल की उम्र में सिर्फ देश के झंडे देखकर 195 देशों का नाम बताने का कारनामा कर दिखाया है.
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज
अभीष्ट की इस उपलब्धि के लिए उसका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है. जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ है. अभीष्ट ने झंडा देखकर 195 देशों के नाम बता कर 1 दिसम्बर 2020 को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है. नासिक में आयोजित कार्यक्रम में अभीष्ट के नाम यह रिकॉर्ड दर्ज किया गया है.
कोरियाही का रहने वाला है अभीष्ट
24 जुलाई 2016 को अभीष्ट का जन्म बिहार के सीतामढ़ी जिले के कोरियाही में हुआ. अभीष्ट का परिवार भोपाल में रहता है. प्रभात झा के पुत्र व अभीष्ट के पिता तुषमुल झा पेशे से व्यवसायी व राजनीति में भी सक्रिय हैं. उसकी मां श्वेता झा गृहिणी हैं. अभीष्ट की विलक्षण स्मरण शक्ति का अंदाजा सबसे पहले उसकी मां ने ही लगाया. उसे स्कूल से वंडर बॉय का भी खिताब मिला है. चार साल के अभीष्ट को राष्ट्रगान, राष्ट्रीय गीत के अलावा कई भक्ति गीत भी याद है. अभीष्ट को डांस और संगीत में भी काफी रुचि है.
'मुझे तो भारतवर्ष का नाम और भी ऊंचा करना है, अभी तो ये शुरुआत है. आप सभी ने आशीष दिया, आपके चरणों में धन्यवाद.' - अभीष्ट झा