नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज एक अहम निर्णय लिया. इसके तहत डॉक्टरों की शिकायतों को सुनने के लिये एक अंतर मंत्रालय समिति बनाई जाएगी. इससे सभी डॉक्टर बेहद खुश हैं और उन्होंने इस निर्णय का स्वागत किया है.
एम्स रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (RDA) के अध्यक्ष डॉ. अमरेन्द्र सिंह मल्ही ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, 'हम खुश हैं कि स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने अपना वादा निभाया है. उन्होंने हमें आश्वासन दिया था कि उनका मंत्रालय पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों में डॉक्टरों पर हो रहे हमलों की निगरानी के लिए एक अंतर मंत्रालय समिति बनाएगा.'
इसे लेकर RDA के एक वरिष्ठ सदस्य डॉ. सयन नाथ ने भी कहा कि इस तरह की हिंसक घटनाओं को रोकने के लिए एक कड़े कानून की आवश्यकता थी. नाथ ने कहा, 'हम एक कानून की भी मांग कर रहे हैं, जिसमें अपराधी दो हजार रुपये देकर बेल पर नहीं छूट सकता.'
वहीं RDA एम्स के एक और वरिष्ठ सदस्य डॉ. राजीव रंजन ने भी इस कदम की सराहना करते हुए कहा, 'हां, यह सही दिशा में एक सही कदम है.'
गौरतलब है कि जब से पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों पर हमले शुरू हुए और उसके बाद अन्य स्थानों पर भी ऐसी घटनाएं होने लगीं, तब से देशभर के डॉक्टर कड़े कानून की मांग कर रहे हैं.