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न्यूयॉर्क की तर्ज पर हिमाचल की संस्कृति का शो, इम्तियाज अली करेंगे सहयोग

न्यूयॉर्क के ब्रॉडवे शो की तरह ही एक पहल पर्यटक नगरी शिमला में की जा रही है. यहां हिमाचली लोकगाथाओं पर आधारित शो पर्यटकों को दिखाएं जाएंगे. इससे अभिनय में अपना भविष्य देखने वाले युवाओं को भी रोजगार मिल सकेगा. जानें पूरा विवरण

न्यूयॉर्क के ब्रॉडवे शो की तर्ज पर शिमला में दिखेगी हिमाचली संस्कृति
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Published : Jul 28, 2019, 11:54 PM IST

शिमला: हिमाचल के कुछ अनछुए पहलुओं को उजागर करने के लिए नई पहल की शुरुआत की जा रही है, जिसके चलते राजधानी में अब पर्यटकों को साल के सभी 365 दिन कोई न कोई शो देखने को मिलेंगे.

न्यूयॉर्क के ब्रॉडवे शो की तरह ही एक पहल पर्यटक नगरी शिमला में की जा रही है, जहां हिमाचली लोकगाथाओं पर आधारित शो पर्यटकों को दिखाएं जाएंगे. ये पहल प्रदेश भाषा, कला व संस्कृति विभाग की ओर से की जा रही है.

भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग की सचिव पूर्णिमा चौहान ने निदेशक इम्तियाज अली से मुलाकात की थी, तभी उन्होंने हिमाचली फोकलोर (लोकसाहित्य) पर आधारित गतिविधियों को शिमला में शुरू करने का आइडिया दिया था, जिसके बाद सरकार इस नई पहल को जल्द ही शुरू करने की योजना तैयार कर रही है.

भाषा, कला व संस्कृति विभाग की सचिव डॉ. पूर्णिमा चौहान ने बताया कि पहाड़ की कहानियों को आम जनता के बीच ले जाने की पहल का विचार लेकर फिल्म निर्माता इम्तियाज अली ने उनसे मुलाकात की थी.

जानकारी देतीं डॉ पूर्णिमा चौहान

डॉ पूर्णिमा ने बताया कि उन्ही के साथ मिलकर सरकार और विभाग इस योजना पर काम करेंगे, जिसके तहत हिमाचल की लोकगाथाओं फोकलोर जो कि काफी रोचक है उन्हें थिएटर या फिल्म की फॉर्म में तैयार कर उनकी प्रस्तुतियां करवाई जाएंगी.

न्यूयॉर्क की तर्ज पर होगा आयोजन
संस्कृति विभाग की सचिव डॉ. पूर्णिमा चौहान ने बताया कि 100 कहानियां 100 दिन के लिए तैयार की जाएंगी और फिर उन्हीं को रिपीट कर उनके शो साल भर यहां शिमला में चलाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि न्यूयॉर्क के बोर्डवे शो की तरह ही शिमला आने वाले पर्यटकों को भी यहां कुछ ना कुछ गतिविधि देखने को मिलेगी.

हिमाचल की संस्कृति और यहां की लोकगाथाएं लोगों को पहले से ही आकर्षित करती हैं. इसी को देखते हुए विभाग भी इन्हीं लोकगाथाओं पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जिससे शिमला में आने वाले पर्यटकों को हिमाचल की संस्कृति से रूबरू कराया जा सके.

विभाग अलग-अलग क्षेत्रों से लोकगाथाएं निकाल कर इन्हें फिल्म निर्माता इम्तियाज अली के सहयोग से थियेटर या फिल्म के रूप में पर्यटक के समक्ष प्रस्तुत करेगा. ऐसे में पर्यटकों का मनोरंजन तो होगा ही, साथ ही हिमाचल के अनछुए पहलुओं के बारे में भी जानकारी मिलेगी.

पढ़ेंः भारतीय संस्कृति को सहजता से अपना रहे विदेशी मेहमान, देखें वीडियो

विभाग की इस पहल का सबसे अधिक लाभ शिमला और हिमाचल के उन युवा कलाकारों को भी मिलेगा, जो काम की तलाश में भटक रहे हैं. ऐसे में पर्यटकों के मनोरंजन के साथ ही प्रदेश के युवा कलाकारों जो अभिनय के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते है, उनके लिए भी ये पहल कारगर सिद्ध होगी.

शिमला: हिमाचल के कुछ अनछुए पहलुओं को उजागर करने के लिए नई पहल की शुरुआत की जा रही है, जिसके चलते राजधानी में अब पर्यटकों को साल के सभी 365 दिन कोई न कोई शो देखने को मिलेंगे.

न्यूयॉर्क के ब्रॉडवे शो की तरह ही एक पहल पर्यटक नगरी शिमला में की जा रही है, जहां हिमाचली लोकगाथाओं पर आधारित शो पर्यटकों को दिखाएं जाएंगे. ये पहल प्रदेश भाषा, कला व संस्कृति विभाग की ओर से की जा रही है.

भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग की सचिव पूर्णिमा चौहान ने निदेशक इम्तियाज अली से मुलाकात की थी, तभी उन्होंने हिमाचली फोकलोर (लोकसाहित्य) पर आधारित गतिविधियों को शिमला में शुरू करने का आइडिया दिया था, जिसके बाद सरकार इस नई पहल को जल्द ही शुरू करने की योजना तैयार कर रही है.

भाषा, कला व संस्कृति विभाग की सचिव डॉ. पूर्णिमा चौहान ने बताया कि पहाड़ की कहानियों को आम जनता के बीच ले जाने की पहल का विचार लेकर फिल्म निर्माता इम्तियाज अली ने उनसे मुलाकात की थी.

जानकारी देतीं डॉ पूर्णिमा चौहान

डॉ पूर्णिमा ने बताया कि उन्ही के साथ मिलकर सरकार और विभाग इस योजना पर काम करेंगे, जिसके तहत हिमाचल की लोकगाथाओं फोकलोर जो कि काफी रोचक है उन्हें थिएटर या फिल्म की फॉर्म में तैयार कर उनकी प्रस्तुतियां करवाई जाएंगी.

न्यूयॉर्क की तर्ज पर होगा आयोजन
संस्कृति विभाग की सचिव डॉ. पूर्णिमा चौहान ने बताया कि 100 कहानियां 100 दिन के लिए तैयार की जाएंगी और फिर उन्हीं को रिपीट कर उनके शो साल भर यहां शिमला में चलाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि न्यूयॉर्क के बोर्डवे शो की तरह ही शिमला आने वाले पर्यटकों को भी यहां कुछ ना कुछ गतिविधि देखने को मिलेगी.

हिमाचल की संस्कृति और यहां की लोकगाथाएं लोगों को पहले से ही आकर्षित करती हैं. इसी को देखते हुए विभाग भी इन्हीं लोकगाथाओं पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जिससे शिमला में आने वाले पर्यटकों को हिमाचल की संस्कृति से रूबरू कराया जा सके.

विभाग अलग-अलग क्षेत्रों से लोकगाथाएं निकाल कर इन्हें फिल्म निर्माता इम्तियाज अली के सहयोग से थियेटर या फिल्म के रूप में पर्यटक के समक्ष प्रस्तुत करेगा. ऐसे में पर्यटकों का मनोरंजन तो होगा ही, साथ ही हिमाचल के अनछुए पहलुओं के बारे में भी जानकारी मिलेगी.

पढ़ेंः भारतीय संस्कृति को सहजता से अपना रहे विदेशी मेहमान, देखें वीडियो

विभाग की इस पहल का सबसे अधिक लाभ शिमला और हिमाचल के उन युवा कलाकारों को भी मिलेगा, जो काम की तलाश में भटक रहे हैं. ऐसे में पर्यटकों के मनोरंजन के साथ ही प्रदेश के युवा कलाकारों जो अभिनय के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते है, उनके लिए भी ये पहल कारगर सिद्ध होगी.

Intro:राजधानी शिमला में अब पर्यटकों को साल के 365 दिन कोई ना कोई शो देखने को मिलेंगे। न्यूयॉर्क के बोर्डवे शोज के तरह ही एक पहल पर्यटक नगरी शिमला में की जा रही है जहां हिमाचली लोकगाथाओं पर आधारित शो पर्यटकों को दिखाएं जाएंगे। यह पहल प्रदेश भाषा,कला एवं संस्कृति विभाग की ओर से की जा रही है,जिसे लेकर विभाग का सहयोग करने की बात बॉलीवुड फिल्मों के जाने माने निदेशक इम्तियाज़ अली ने की है । भाषा,कला एवं संस्कृति विभाग की सचिव पूर्णिमा चौहान से मिलकर निदेशक इम्तियाज अली ने हिमाचली फोकलोर पर आधारित गतिविधियों को शिमला में शुरू करने का आईडिया दिया है जिस पर अब सरकार इस नई पहल को जल्द ही शुरू करने की योजना तैयार कर रही है।


Body:हिमाचल की संस्कृतियां ओर यहां की लोकगाथाएं लोगों को पहले से ही आकर्षित ओर रोचक लगती रही है। इसी को देखते हुए अब विभाग भी इन्ही लोकगाथाओं को अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है जिससे कि शिमला में आने वाले पर्यटकों को हिमाचल से रूबरू करवाया जा सके। हिमाचल के अलग-अलग क्षेत्रों में क़ई लोकगाथाएं है जो पुराने समय से चलती आ रही है और यह बेहद रोचक है। विभाग अब इन कहानियों को निकाल कर इन्हें फ़िल्म निर्माता इम्तियाज अली के सहयोग से थियेटर या फ़िल्म के रूप में शिमला में इनके शो किए जाएंगे। इससे जहां पर्यटकों का मनोरंजन होगा तो वहीं उन्हें हिमाचल के अनछुए पहलुओं के बारे में भी जनाकारी मिल पाएगी।


Conclusion:विभाग की इस पहल का सबसे अधिक लाभ शिमला ओर हिमाचल के उन युवा कलाकारों को भी मिलेगा जो काम की तलाश में भटक रहे है। ऐसे में पर्यटकों के मनोरंजन के साथ ही प्रदेश के युवा कलाकारों जो अभिनय के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते है उनके लिए भी यह पहल कारगर सिद्ध होगी। भाषा,कला एवं संस्कृति विभाग की सचिव डॉ.पूर्णिमा चौहान ने कहा कि पहाड़ की कहानियों को आम जनता के बीच ले जाने की पहल का विचार लेकर फ़िल्म निर्माता इम्तियाज अली ने उनसे मुलाकात की थी। अब उन्ही के साथ मिलकर सरकार और विभाग इस योजना पर काम करेंगे जिसके तहत हिमाचल की लोकगाथाओं फोकलोर जो कि काफी रोचक है उन्हें थियेटर या फ़िल्म की फॉर्म में तैयार कर उनकी प्रस्तुतियां करवाई जाएंगी। 100 कहानियां 100 दिन के लिए तैयार की जाएंगी और फिर उन्ही को रिपीट कर उनके शो साल भर यहां शिमला में चलाए जाएंगे जिससे कि न्यूयॉर्क के बोर्डवे शो की तरह ही शिमला आने वाले पर्यटकों को भी यहां कुछ ना कुछ गतिविधि देखने को मिले। इस योजना पर जल्द ही काम शुरू किया जाएगा।
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