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असम में बाढ़ से 107 लोगों की मौत, बिहार में बिगड़े हालात

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बाढ़ का कहर
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Published : Jul 30, 2020, 8:20 AM IST

08:00 July 30

बाढ़ का कहर

जुगाड़ के आशियाने में रहने को मजबूर

दरभंगा जिले में बाढ़ से प्रभावित लोग भारत-नेपाल सीमा तक जानेवाली सड़क एनएच 527 बी पर शरण लिए हुए हैं. लोगों ने खुद से प्लास्टिक शीट और बांस-बल्ले का जुगाड़ कर आशियाने बनाए हैं. एक ही झोपड़ी में बाल-बच्चे और माल-मवेशी सभी रह रहे हैं. लोगों का कहना है कि उन तक मदद नहीं पहुंच रही है.

07:54 July 30

बाढ़ का कहर

ट्रांसफार्मर  डूब जाने ने बिजली नहीं 

बिहार के दरभंगा जिले में भी बाढ़ अपना कहर बरपा रही है. इस दरमियान बाढ़ से घिरे गांव में रह रहे बाढ़ पीड़ितों को अनेकों परेशानियां और कठिनाइयों से गुजरना पड़ रहा है, जहां अभी तक इन बाढ़ पीड़ितों को सरकारी मदद के तौर पर एक नाव की भी व्यवस्था नहीं की गई है वहां स्थानीय लोग खुद आत्मनिर्भर बन जाते हैं ऐसा ही नजारा जिले के हनुमाननगर प्रखंड क्षेत्र के महनोली गांव का जहां बाढ़ के पानी में ट्रांसफार्मर के अन्य पार्ट डूब जाने के बाद इलाके में बिजली बाधित हो गई मिस्त्री को परेसानी में देख स्थानीय बाढ़ पीड़ितों ने जुगाड़ नाव के सहारे बिजली मिस्त्री बेचन सहनी के मदद में पहुंच गए.

07:48 July 30

बाढ़ का कहर

नदी में बह रहे दो लोगों को बचाया 

बिहार के किशनगंज में कनकई नदी में बिजली का खंबा गिर रहा था, जिसे बचाने के लिए ग्रामीण ने अपनी जान जोखिम में डालकर बिजली के खंभे से लगे तार को पकड़कर खींच रहे थे तभी नदी के तेज बहाव की वजह से दो व्यक्ति नदी में बह गए. हालाकि वहां पर उपस्थित अन्य ग्रामीणों की सूझ-बुझ से दोनों व्यक्तियों की जान बच गई.

07:39 July 30

बाढ़ का कहर

बाढ़ पीड़ितों को नहीं मिली सरकारी मदद

बिहार में मोतिहारी के पूर्वी चंपारण जिले में आई प्रलयकारी बाढ़ ने हजारों लोगों को बेघर कर दिया है. लोग जगह-जगह सड़क अथवा तटबंध पर शरण लिए हुए हैं.बाढ़ ने ऐसी तबाही मचाई है कि लोगों के सामने सर छुपाने के लिए सुरक्षित जगह मिल पाना मुश्किल हो गया है. 

बता दें कि सुगौली प्रखंड के सुकुल पाकड़ पंचायत स्थित धुमनी टोला के पास सिकरहना नदी का पानी अभी भी तबाही मचा रहा है. जिस कारण बाढ़ से तबाह लोगों ने सड़क पर शरण ली है, जिन्हे सरकारी मदद के नाम पर कुछ भी नहीं मिला है और बाढ़ पीड़ित सरकारी मदद की आस लगाए बैठे हैं.

06:41 July 30

बाढ़ का कहर

बाढ़ का कहर

गुवहाटी : असम में बाढ़ का कहर जारी है. लगातार बारिश के कारण ब्रह्मपुत्र नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. खतरे के निशान के ऊपर बह रही ब्रह्मपुत्र की बाढ़ से 21 जिले जलमग्न हो गए हैं और 16,54,984 लोग प्रभावित हैं. इस बीच मरने वालों की संख्या 107 तक पहुंच गई है. 

राज्य के कई जिलों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, असम राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के जवानों द्वारा बचाव अभियान चलाया जा रहा है. इस दौरान असहाय ग्रामीणों को राहत सामग्री का वितरण भी किया जा रहा है.

धेमाजी, लखीमपुर, चराइदेव, बिश्वनाथ, चिरांग और तिनसुकिया जिले में हालात बहुत खराब हैं. बाढ़ में अब तक 91,89,995 हेक्टेयर कृषि भूमि डूब गई है.

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का पानी प्रवेश कर चुका है, जिससे पार्क का 80 प्रतिशत हिस्सा डूब गया है. अब तक काजीरंगा नेशनल पार्क में बाढ़ से 108 जानवरों की मौत हो चुकी है और कई जानवरों को बचाया गया है. 

08:00 July 30

बाढ़ का कहर

जुगाड़ के आशियाने में रहने को मजबूर

दरभंगा जिले में बाढ़ से प्रभावित लोग भारत-नेपाल सीमा तक जानेवाली सड़क एनएच 527 बी पर शरण लिए हुए हैं. लोगों ने खुद से प्लास्टिक शीट और बांस-बल्ले का जुगाड़ कर आशियाने बनाए हैं. एक ही झोपड़ी में बाल-बच्चे और माल-मवेशी सभी रह रहे हैं. लोगों का कहना है कि उन तक मदद नहीं पहुंच रही है.

07:54 July 30

बाढ़ का कहर

ट्रांसफार्मर  डूब जाने ने बिजली नहीं 

बिहार के दरभंगा जिले में भी बाढ़ अपना कहर बरपा रही है. इस दरमियान बाढ़ से घिरे गांव में रह रहे बाढ़ पीड़ितों को अनेकों परेशानियां और कठिनाइयों से गुजरना पड़ रहा है, जहां अभी तक इन बाढ़ पीड़ितों को सरकारी मदद के तौर पर एक नाव की भी व्यवस्था नहीं की गई है वहां स्थानीय लोग खुद आत्मनिर्भर बन जाते हैं ऐसा ही नजारा जिले के हनुमाननगर प्रखंड क्षेत्र के महनोली गांव का जहां बाढ़ के पानी में ट्रांसफार्मर के अन्य पार्ट डूब जाने के बाद इलाके में बिजली बाधित हो गई मिस्त्री को परेसानी में देख स्थानीय बाढ़ पीड़ितों ने जुगाड़ नाव के सहारे बिजली मिस्त्री बेचन सहनी के मदद में पहुंच गए.

07:48 July 30

बाढ़ का कहर

नदी में बह रहे दो लोगों को बचाया 

बिहार के किशनगंज में कनकई नदी में बिजली का खंबा गिर रहा था, जिसे बचाने के लिए ग्रामीण ने अपनी जान जोखिम में डालकर बिजली के खंभे से लगे तार को पकड़कर खींच रहे थे तभी नदी के तेज बहाव की वजह से दो व्यक्ति नदी में बह गए. हालाकि वहां पर उपस्थित अन्य ग्रामीणों की सूझ-बुझ से दोनों व्यक्तियों की जान बच गई.

07:39 July 30

बाढ़ का कहर

बाढ़ पीड़ितों को नहीं मिली सरकारी मदद

बिहार में मोतिहारी के पूर्वी चंपारण जिले में आई प्रलयकारी बाढ़ ने हजारों लोगों को बेघर कर दिया है. लोग जगह-जगह सड़क अथवा तटबंध पर शरण लिए हुए हैं.बाढ़ ने ऐसी तबाही मचाई है कि लोगों के सामने सर छुपाने के लिए सुरक्षित जगह मिल पाना मुश्किल हो गया है. 

बता दें कि सुगौली प्रखंड के सुकुल पाकड़ पंचायत स्थित धुमनी टोला के पास सिकरहना नदी का पानी अभी भी तबाही मचा रहा है. जिस कारण बाढ़ से तबाह लोगों ने सड़क पर शरण ली है, जिन्हे सरकारी मदद के नाम पर कुछ भी नहीं मिला है और बाढ़ पीड़ित सरकारी मदद की आस लगाए बैठे हैं.

06:41 July 30

बाढ़ का कहर

बाढ़ का कहर

गुवहाटी : असम में बाढ़ का कहर जारी है. लगातार बारिश के कारण ब्रह्मपुत्र नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. खतरे के निशान के ऊपर बह रही ब्रह्मपुत्र की बाढ़ से 21 जिले जलमग्न हो गए हैं और 16,54,984 लोग प्रभावित हैं. इस बीच मरने वालों की संख्या 107 तक पहुंच गई है. 

राज्य के कई जिलों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, असम राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के जवानों द्वारा बचाव अभियान चलाया जा रहा है. इस दौरान असहाय ग्रामीणों को राहत सामग्री का वितरण भी किया जा रहा है.

धेमाजी, लखीमपुर, चराइदेव, बिश्वनाथ, चिरांग और तिनसुकिया जिले में हालात बहुत खराब हैं. बाढ़ में अब तक 91,89,995 हेक्टेयर कृषि भूमि डूब गई है.

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का पानी प्रवेश कर चुका है, जिससे पार्क का 80 प्रतिशत हिस्सा डूब गया है. अब तक काजीरंगा नेशनल पार्क में बाढ़ से 108 जानवरों की मौत हो चुकी है और कई जानवरों को बचाया गया है. 

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